क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने सोमवार सुबह महाकाल के दर्शन किए। वह रविवार देर रात ही उज्जैन आ गए थे। गौतम तड़के 4 बजे उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया के साथ महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। गर्भ गृह में महाकाल का पूजन और अभिषेक किया। पुजारी महेश गुरु ने पूजन करवाया। वे मंदिर में सुबह 6.30 बजे तक रहे।
मीडिया से बात करते हुए गौतम गंभीर ने पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा खालिस्तानियों को सपोर्ट करने पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पंजाब देश का बॉर्डर स्टेट है। अगर आप सरकार ने खालिस्तानियों का सपोर्ट किया तो देश के लिए इससे बुरा कुछ नहीं होगा। गौतम गंभीर ने आगे कहा कि सब खुश रहें, देश आगे बढ़े और हम बहुत मजबूत हों, यही प्रार्थना भगवान से की है।
बता दें, पंजाब चुनाव से पहले एक लेटर वायरल हुआ था। इसमें पंजाब के लोगों से आम आदमी पार्टी को समर्थन देने की अपील की गई थी।
यह लिखा था वायरल लेटर में
वायरल हुए लेटर में लिखा था कि- ‘हम सभी सिख्स फॉर जस्टिस से जुड़े सिख विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी और भगवंत मान को समर्थन का ऐलान करते हैं। इस बार का चुनाव उनके संगठन के लिए बहुत खास है, क्योंकि यदि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो हमारे मुद्दे को फिर से जीवित करने की उम्मीद जागेगी। हमारे संगठन ने 2017 में भी आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया था, इस बार फिर से वह आम आदमी पार्टी को समर्थन का ऐलान करते हैं। आप सभी से अपील है कि इस बार चुनाव में आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन दें, ताकि हम एक बार फिर से मजबूत हो सकें और एक विशेष दर्जा हासिल कर सकें।’
पन्नू ने वीडियो जारी कर बताया था झूठा
SFJ के खालिस्तानी नेता गुरपतवन सिंह पन्नू ने इस चिट्ठी को फर्जी बताते हुए एक VIDEO जारी किया था। पन्नू ने VIDEO में कहा था कि आम आदमी पार्टी ने सिख्स फॉर जस्टिस के नाम पर चिट्ठी वायरल की है। इस चिट्ठी में कहा जा रहा है कि SFJ चुनाव में आम आदमी पार्टी का सहयोग कर रही है। यह फेक लेटर है, यह झूठी चिट्ठी है, जो केजरीवाल और उनके साथी भगवंत मान ने वायरल की है।
क्या है सिख फॉर जस्टिस?
सिख फॉर जस्टिस खालिस्तानी संगठन है, जिसका हेडक्वार्टर US में है। 2019 में भारत सरकार इस संगठन को गैरकानूनी करार दे चुकी है। इस संगठन के मेंबर भारतीय जांच एजेंसी के रडार पर हैं। इस संगठन का मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत में नेताओं को धमकाने के साथ कई भड़काऊ घोषणाओं को लेकर विवादों में रह चुका है। इसके अलावा पंजाब में PM सिक्योरिटी चूक और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान भी वह भड़काऊ और देश विरोधी बयान दे चुका है।