
भास्कर ब्यूरो
पडरौना,कुशीनगर। कुशीनगर जिले के कसया थाना क्षेत्र के गरम कुड़वा दिलीपनगर के सिसई टोला में बुधवार को जहरीली टॉफी खाने से चार बच्चों की मौत की लोमहर्षक घटना से 13 वर्ष पूर्व पडरौना के खिरिया टोला में चुस्की कांड से 8 मासूम बच्चों के मौत की त्रासदी की घटना याद आ गयी। तब की बसपा सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन डीएम उमेह तिवारी , सीएमओ व एसडीएम सदर सस्पेंड कर दिए गए थे।

कुशीनगर में मासूम बच्चों की मौत
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 में खिरिया टोला में एक फेरी वाले द्वारा आइसक्रीम से निर्मित चुस्की बेचने के दौरान बड़ी संख्या में बच्चों ने खाया था। जिससे 8 बच्चों की मौत हो गयी थी तथा दो दर्जन बच्चे बीमार हो गए थे इन बच्चों को जिला अस्पताल रविन्दरनगर में भर्ती कराया गया था। संयोग था कि अभियान चलाकर प्रशासन ने पूरी रात काम्बिंग कर बच्चों को गांव से ही एम्बुलेंस से जिला अस्पताल में जबरिया भर्ती कराया था।
कसया के कुड़वा दिलीपनगर में विषाक्त टॉफी खाने से 4 बच्चों की मौत
इसका असर यह हुआ कि त्रासदी और बड़ी नहीं हुई। इस मामले में तत्कालीन कमिश्नर पी के मोहंती की रिपोर्ट पर तत्कालीन डीएम उमेश तिवारी समेत सीएमओ, एसडोएम सदर, मार्केटिंग इंस्पेक्टर आदि सस्पेंड हो गए थे। उस वक्त तत्कालीन कैबिनेट मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी अल्पसंख्यकों की बस्ती खिरिया टोले में आये थे और त्वरित अहेतुक सहायता दिलवाई थी।
पडरौना के चुस्की कांड में 8 बच्चों ने तोड़ा था दम
यह त्रासदी कुशीनगर के लोग लगभग विस्मृत हो गए थे। लेकिन बुधवार को कसया थाना क्षेत्र के कुड़वा दिलीप नगर के सिसई टोला में 4 मासूम बच्चों की जहरीली टॉफी खाने से मौत हो गयी। यहां संयोग यह अच्छा रहा कि बच्चों ने खेलने के दौरान टॉफी नहीं खाया वरना यहां की त्रासदी भी खिरिया टोले से कम नहीं होती। क्योंकि इस घटना को लेकर पहले प्रशासनिक अफसरों ने गंभीरता से नही लिया। चार बच्चों के मौत की पुष्टि होने के बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया।
यह भी संयोग ठीक रहा कि मृत चार बच्चों के अलावा किसी अन्य बच्चे ने टॉफी नहीं खाया था। इस हृदयविदारक घटना के बाद सिसई टोला गांव में मातम पसर गया है। सिर्फ पीड़ित परिवार ही नही गांव की दूसरी महिलाओं के करुण क्रदन से माहौल गमगीन ही गया है। स्त्री-पुरुष और बुजुर्गों के चेहरे उतरे हुए हैं। माताओं की गोद सुनी हो गयी हैं। इस खालीपन का अहसास कोई नही भर पायेगा। यह सोचकर पीड़ितों के परिजन बेजार नजर आ रहे हैं।