फतेहपुर : अवैध खनन पर प्रशासन का चाबुक, लाखों का लगा जुर्माना

भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । शासन के सख्त निर्देशों के बावजूद भी जिले की खदानों में अवैध खनन व अवैध परिवहन का खेल बदस्तूर जारी है। अवैध खनन को रोकने के लिए शासन ने खदानों में भले ही सीसीटीवी कैमरे 360 डिग्री में लगा रखे हो मगर खनन माफिया उसका भी कोई न कोई रास्ता निकाल लेते हैं तभी तो पखवारे भर पूर्व खनिज अधिकारी राजेश कुमार ने ललौली थाना क्षेत्र में संचालित मोरंग खदान कम्पोजिट टू में छापा मारकर 697 घनमीटर अवैध खनन पकड़ा था। जिस पर पट्टा चला रही फर्म प्रज्ञासन के खिलाफ लगभग साढ़े छह लाख की नोटिस जारी की थी जिसका जुर्माना पट्टा संचालक ने अभी तक नहीं जमा कराया है।

अढ़ावल खण्ड एक मे खनिज टीम ने पकड़ा 2600 घनमीटर अवैध खनन

बावजूद इसके खदान संचालित हो रही है। उसी समय खनन अधिकारी को अढ़ावल में संचालित चार खदानों में जलधारा में खनन करने के भी सबूत मिले थे इस मामले में भी सभी को खनिज विभाग से पांच पांच लाख की नोटिस जारी हुई थी। इस जुर्माने को भी किसी भी पट्टा संचालक ने नहीं जमा कराया। सख्त कार्यवाही ना होने से खदान संचालक बेखौफ हैं वह खदानों में मनमाने तरीके से लंबी बूम की मशीनों से जलधारा में उतर कर अवैध खनन को अंजाम दे रहे हैं।

पट्टाधारक खण्ड दो में कर रहा था हाथ साफ

अढ़ावल खंड एक में तो अराजकता की हदें पार कर दी गई हैं वहां का संचालक जलधारा में मशीने उतार कर अवैध खनन को अंजाम तो दे ही रहा है साथ ही बगल में स्थित अढ़ावल खंड टू में भी अवैध खनन को अंजाम दे रहा है। जिसका जीपीएस वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था जीपीएस वीडियो पर संज्ञान लेकर खनिज अधिकारी ने जांच कर कार्यवाही की बात कही थी। बुधवार को खनिज अधिकारी राजेश कुमार ने अढ़ावल खंड एक में पहुंच कर जांच पड़ताल की। खनिज टीम के पहुंचने से खदान कर्मियों में हड़कंप मच गया।

खनन माफिया ने जलधारा को भी नहीं बख्सा

टीम के खदान में पहुंचने से पूर्व ही खदान कर्मियों ने सभी हैवी मशीनों को समीप में बनी खाई में छुपा दिया था। खनिज टीम ने खदान में घूम घूम कर जांच की। जांच के दौरान टीम ने भारी मात्रा में अवैध खनन पाया। टीम को जांच में जलधारा से खनन करने के भी पर्याप्त साक्ष्य मिले। खनन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि अढ़ावल खंड एक में अवैध खनन की शिकायत मिली थी मौके पर पहुंचकर जांच की थी। जांच के दौरान जलधारा में छेड़छाड़ करने के साक्ष्य मिले हैं। जबकि अढ़ावल खंड एक से हटकर पट्टेधारक ने अढ़ावल खंड दो में जाकर अवैध खनन किया है।

खनन अधिकारी के जाते ही धड़ल्ले से निकलने लगा ओवरलोड़

पैमाइश के दौरान लगभग 2600 घनमीटर का अवैध खनन पाया गया है। जिसमे पट्टे धारक फर्म अनंता दृष्टि के खिलाफ नोटिस जारी कर ठोस कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि जलधारा में अवैध तरीके से खनन के मामले में पांच लाख का जुर्माना लगाया जाएगा जबकि अवैध खनन के मामले में 23 लाख का जुर्माना लगाया जाएगा।

कार्रवाई के समानांतर धड़ल्ले से निकल रहा ओवरलोड़

खनन अधिकारी की कार्रवाई से भले ही 24 घण्टे के लिए ब्यवस्था सुधरी हो मगर उनके आवास पहुंचने के बाद खदानों से धड़ल्ले से अवैध खनन और परिवहन पुनः प्रारम्भ हो गया। चार खदानों में जलधारा से अवैध करने पर बीस लाख का जुर्माना भी खदान संचालको के सुधरने के लिए शायद पर्याप्त नहीं है। वहीं दो खदानों अढ़ावल खण्ड एक व अढ़ावल कम्पोजिट टू में पट्टा क्षेत्र से हटकर अवैध खनन पर कार्रवाई भी हो चुकी हैं लेकिन बिगड़ी ब्यवस्था है कि सुधरती ही नहीं।

बता दें कि ललौली क्षेत्र में पांच खदाने संचालित हैं जिसमे अढ़ावल खण्ड एक, अढ़ावल खण्ड पांच, अढ़ावल कम्पोजिट वन, अढ़ावल कम्पोजिट टू व कोर्रा कम्पोजिट हैं। इन खदानों में से चार पर नियमो के उल्लंघन पर कार्रवाई हो चुकी है। सभी खदानों में सीसीटीवी, धर्मकांटे लगे हैं मगर निरीक्षण के बाद धड़ल्ले से ओवरलोड़ निकलने लगता है। ओवरलोड़ से क्षेत्र की सड़कें चौपट हो गई हैं। कई लोग इन्ही वाहनों की चपेट में आकर काल की गाल में समा गए हैं।

अधिकारी राजेश कुमार ने जांच के दिये आदेश

खनन अधिकारी की कार्रवाई के बाद दूसरे दिन अढ़ावल के रास्ते मे सैकड़ों ओवरलोड़ गाड़ियों की कतार नजर आई। अब सवाल यह उठता है कि जब खदानों में सब नियम से हो रहा है धर्मकांटे से गाड़ियां गुजरती हैं तो ये ओवरलोड़ की कतार कहां से आती है। इस बाबत खनिज अधिकारी राजेश कुमार ने कहा ओवरलोड़ के खिलाफ अभियान चलाकर अंकुश लगाया जाएगा।

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