भास्कर ब्यूरो
जहानाबाद/फतेहपुर । मां निस्वार्थ भक्ति और प्रेम का एक आदर्श उदाहरण है वह हमारी पहली शिक्षिका है जो हमें जीवन के हर पड़ाव पर अच्छे सबक सिखाती है। मां इस दुनिया में हर किसी के जीवन में एक देवी के रूप में होती है जो हमेशा अपने बच्चों के सभी दर्द हर लेती है और प्यार तथा देखभाल कर बच्चों को तरक्की के ऊंचे शिखर तक ले जाने के सपनों को साकार करते करते थक हार कर मौत की आगोश में सो जाती है।
कार्यक्रम में शामिल हुई समीक्षा अधिकारी व शिक्षाविद
इसी को लेकर रविवार को कस्बे के विवेकानंद विकास संस्थान इंटर कॉलेज मे मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में समीक्षा अधिकारी सचिवालय लखनऊ की श्रद्धा तिवारी ने भाग लिया तथा सम्मेलन की अध्यक्षता डॉक्टर सुधा सिंह शिक्षाविद ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मां शारदे दीप प्रज्ज्वलन एवं वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
अपने उदबोधन में कुमारी श्वेता सिंह ने मां की अहमियत बताते हुए कहा कि बच्चों के जीवन निर्माण में माता पिता एवं गुरु की मुख्य सहभागिता होती है। इसी क्रम में श्रद्धा तिवारी ने कहा कि मां एक संरक्षक या मार्गदर्शक के रुप में भी काम करती है जो दुनिया को अपनी संतान से परिचित कराती है साथ ही साथ उनकी भलाई भी सुनिश्चित करती है। जानवर भी मातृत्व की एक मजबूत भावना प्रदर्शित करते हैं वह अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए किसी भी तरह की तपस्या और दुख सहन कर सकती है।
वक्ता श्वेता सिंह ने मां बाप और गुरु की अहमियत पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मैं तथा समीक्षा अधिकारी एवं विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारी इसी विद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने के बाद बने। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कार्यक्रम संयोजक आचार्य श्यामसुंदर, विद्यालय संचालक हर्ष गुप्ता, प्रबंधक सुधा गुप्ता, प्रधानाचार्य चुन्नी देवी सहित विद्यालय के छात्र एवं छात्राएं तथा माताएं मौजूद रही।