नई दिल्ली : एक बार दिल्ली शर्मसार हो गयी है. अभी निर्भया कांड लोग भुला भी नहीं पाये थे की 16 दिसंबर की काली रात एक बार फिर किसी मासूम के लिए कहर बनकर गुजरी। 6 साल पहले हुई दिल्ली में निर्भया के साथ हुई दरिंदगी ने देशभर को हिलाकर रखा दिया था। तब महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तमाम वादे किए गए और सख्त कानून भी सामने आया, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा को लेकर आज भी स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आया है। निर्भया कांड के ठीक 6 साल बाद एक बार फिर एक मासूम राष्ट्रीय राजधानी में दरिंदगी का शिकार बनी, जो महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर नए सवालों और चिंताओं को जन्म देती है।
राष्ट्रीय राजधानी के बिंदापुर इलाके में रविवार (16 दिसंबर) को 40 साल के एक शख्स ने अपने ही पड़ोस में रहने वाली 3 साल की मासूम को हवस का शिकार बनाया। बच्ची को गंभीर हालत में अस्तपाल में भर्ती कराया गया है। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो एक रिहायशी कॉलोनी में गार्ड के तौर पर काम करता था।
घटना रविवार शाम करीब 4 बजे की बताई जा रही है, जब बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। बताया जाता है कि वह बच्ची को चॉकलेट दिलाने के बहाने अपने साथ किसी सुनसान स्थान पर ले गया और फिर उसके साथ दरिंदगी की। बाद में स्थानीय लोगों को बच्ची बेहोशी की हालत में एमसीडी स्कूल के पास मिली। उसके प्राइवेट पार्ट पर जख्मों के निशान थे, जबकि पूरे शरीर पर नाखूनों और दांतों से काटे जाने के निशान थे। लोगों ने उसके माता-पिता को जानकारी दी और बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया।
स्थानीय लोगों ने बाद में आरोपी को पकड़ लिया और पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया। आरोपी शादीशुदा है और यहां पिछले तीन साल से रह रहा था। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, ‘निर्भया कांड को 6 साल हो गए हैं, फिर भी दिल्ली और देश में कुछ नहीं बदला है। दिल्ली में 3 साल की बच्ची के साथ 40 साल के शख्स से दरिंदगी की। बच्ची गंभीर हालत में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नाबालिगों से दुष्कर्म के दोषियों को घटना के 6 माह के भीतर सजा सुनाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन करने की अपील की।