जयपुर । सोमवार को अशोक गहलोत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ ली। जबकि सचिन पायलट ने उप मुख्यमंत्री की शपथ ली। राज्यपाल कल्याण सिंह ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। अब प्रदेश में गहलोत सरकार होगी। राजस्थान विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी कांग्रेस पार्टी की नई सरकार का सोमवार को प्रसिद्ध अल्बर्ड हाल में शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हो गया। कांग्रेस विधायक दल के नेता चुने गए अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री और सचिन पायलट ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल कल्याण सिंह ने दोनों नेताओं को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। गहलोत राजस्थान के 22वें निर्वाचित मुख्यमंत्री बने हैं।
साेमवार को शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर के प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेश मंदिर पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की। कांग्रेस की नई सरकार में फिलहाल केवल दो ही लोगों ने शपथ ली है। मंत्रिमंडल को लेकर रस्साकशी जारी है। लिहाजा आज किसी भी विधायक को मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई गई।
समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमत्री मनमोहन सिंह और विपक्षी दल से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नवजोत सिंह सिद्धू, जोतिरादित्य सिंधिया, शरद पवार, कुमारी शैलजा, प्रफुल्ल पटेल, जतिन प्रसाद, अर्चना डालमिया, मल्लिकाअर्जुन खड़गे, हेमंत सोरेन, राजबब्बर, आनंद शर्मा, कनिमोझी, और भुपिंदर हुड्डा समेत महागठबंधन के कई नेता मौजूद थे। समारोह अल्बर्ड हाल में पहली बार आयोजित हुआ है। इससे पहले राजभवन और जनपथ में शपथ ग्रहण समारोह होते रहे हैं।
शपथ समारोह विपक्षी एकता का चेहरा दिखा
राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकता के महागठबंधन का चेहरा नजर आया। अल्टबर्ट हॉल के सामने आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे ही लेकिन विपक्ष के दिग्गज नेता शरद पंवार, एचडी देवगोड़ा, शरद यादव, एम के स्टालिन , फारुख अब्दुल्ला सहित कई नेताओं की उपस्थिति ने भाजपा के खिलाफ महागठबंधन का संकेत दिया हैं। कर्नाटक में गठबंधन सरकार बनाने के बाद हाल ही में हुए पांच राज्यों में से तीन पर कांग्रेस की जीत से गैर कांग्रेसी नेताओं का कांग्रेस के प्रति झुकाव हुआ हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में आज उनकी उपस्थिति ने विपक्षी एकता को मजबूती दी हैं। आने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता की क्या तस्वीर बनेगी यह तो भविष्य में ही पता चलेगा लेकिन आज के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी नेताओं की नजदीकियां देखने को मिली। कांग्रेस ने शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी नेताओं को बुलाकर एक ही छाते के नीचे आने के लिए पहल की हैं। इस समारोह में चुनाव प्रचार कर भाजपा को परेशानी में डालने वाले पंजाब के पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू , कांग्रेस नेता राज बब्बर, शरद यादव आदि ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर चुनाव में अपनी अहमियत दिखाकर आज उसका श्रेय लेने के लिए अपना चेहरा दिखाया।