लापता नाबालिग बहनों की तलाश में दर-दर भटक रही थी पुलिस, लखनऊ में बेच रही थी डोर-टू-डोर सामान

जयपुर में 3 फरवरी को स्कूल से लापता हुई दोनों नाबालिग बहनें आखिरकार 55 दिन बाद पुलिस को मिल गई है। दोनों बहनें लखनऊ में डोर-टू-डोर घरेलू सामान बेच रही थीं। लखनऊ पुलिस और जयपुर कमिश्नरेट ने दोनों नाबालिग बहनों के सैकड़ों पोस्टर और ग्रुप में फोटो रिलीज किए थे। इन्हीं के जरिए पुलिस को एक लीड मिली। इसके बाद पुलिस बच्चियों तक पहुंची।

मामला महेश नगर थाना इलाके का था

मामला महेश नगर थाना इलाके का था। अवधेश की बेटी भावना (17) और रमा कंवर (16) गायब हो गई थी। दोनों बहनें 12वीं और 11वीं की छात्रा हैं। दोनों बहनें एक निजी स्कूल में पढ़ती हैं। दोनों बहनें 3 फरवरी को स्कूल से लगभग साढे़ 10 बजे बाहर निकली थी। इसके बाद से लापता हो गई थी।

DCP साउथ ने लखनऊ में किया कैंप

मामले की गंभीरता को देखते हुए DCP साउथ मृदुल कच्छावा भी दो दिन से लखनऊ में कैंप किए हुए थे। मंगलवार रात को पुलिस को जानकारी मिली थी कि बच्चियां लखनऊ में रहकर डोर-डू-डोर मार्केटिंग कर रही है। पुलिस मौके पर गई और बच्चियों को समझाकर अपने साथ लेकर आई। बच्चियां मिलने की जानकारी DCP साउथ मृदुल कच्छावा ने पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को दी।

55 दिन बाद बच्चियों के मिलने की जानकारी एडिशनल कमिश्नर अजय पाल लांबा ने अपने फेसबुक पर भी अपडेट की। बच्चियों को देखकर माता-पिता और दादा को भी बहुत खुशी हुई। वे भी बच्चियों के साथ जयपुर लौटने की तैयारी कर रहे हैं।

लखनऊ में कई लोगों से मांगी थी मदद

लखनऊ पहुंचने पर दोनों बहनों ने कई लोगों से मदद मांगी थी। एक ऑटो चालक को कहा था कि वह बच्चों को पढ़ाई करा सकती है। अगर किसी बच्चे को ट्यूशन की जरूरत है तो वह दे सकती है। कुछ दिन पीजी में बिताने के बाद लड़कियों को डोर-टू-डोर सामान बेचने का काम मिला था। सामान बिकने पर कुछ पैसा मिलने से वह अपना खाना-पीना और रहने का खर्च निकाल रही थी। दोनों बहनों ने घर से निकलने की बात पुलिस को अब तक नहीं बताई है।

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