भोपाल/नई दिल्ली । प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही में शपथ ली है। उससे पहले केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सिख दंगों में उनकी संलिप्तता की बात करते हुए उनके मुख्यमंत्री बनने पर ही सवाल उठाए हैं। वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अरुण जेटली पर पलटवार किया है।
1984 के सिख दंगे के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट के कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कमलनाथ को सीएम बनाने के कांग्रेस के फैसले पर सवाल उठाए हैं। जेटली का कहना है कि ‘यह विडंबना है कि यह (फैसला) उस दिन आया है कि जब सिख समाज जिस दूसरे नेता को दोषी मानता है, कांग्रेस उसे मुख्यमंत्री की शपथ दिला रही है।
‘ वहीं, जेटली के इस हमले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह बड़ा हमला बोला है। 1984 के सिख दंगे से जुड़े एक मामले में दिल्ली हाई कोर्ट की डबल बेंच ने सोमवार को ट्रायल कोर्ट के फैसले को पलटते हुए सज्जन कुमार को दंगे के लिए दोषी माना और उम्रकैद की सजा दे दी। उन्हें आपराधिक षडयंत्र रचने, हिंसा कराने और दंगा भड़काने का दोषी पाया गया है। इस फैसले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर निशाना साधा है और कमलनाथ को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सवाल उठाए हैं। जेटली ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पाप धुल नहीं सकते जिस ढंग से उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम पर पर्दा डालने की हमेशा कोशिश की। कांग्रेस पार्टी के ऊपर से यह पाप कभी हट नहीं सकता, हजारों कत्ल करके माफी मांग लेने से यह मामला खत्म नहीं हो सकता। जेटली ने कहा कि यह भी एक विडंबना है कि सिख समुदाय जिस व्यक्ति को दंगों में भूमिका मानते हैं आज उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है।
दिग्विजय ने किया पलटवार
मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के उस बयान पर पलटवार किया है। दिग्विजयसिंह ने कहा है कि अरुण जेटली जी आप से यह उम्मीद नहीं थी। कमल नाथ जी पर ना तो इस प्रकरण में कोई एफआईआर है, ना चार्जशीट है, ना किसी अदालत में कोई प्रकरण है। वे 1991 से केंद्र में मंत्री रहे तब आपको कोई आपत्ति नहीं थी, अब आप को क्या हो गया?’