पर्थ. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने पांचवें और अंतिम दिन मंगलवार को भारतीय पारी को 140 रन पर निपटाते हुए दूसरा क्रिकेट टेस्ट 146 रन से जीत लिया और चार मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली।
सीरीज का पहला टेस्ट जीत कर ऐतिहासिक शुरुआत करने वाली विश्व की नंबर एक टीम को अपने बल्लेबाजों के दूसरी पारी में निराशाजनक प्रदर्शन का खामियाजा भुगतना पड़ा और उसे 146 रन की शर्मनाक पराजय झेलनी पड़ गयी।
आस्ट्रेलिया से मिले 287 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम ने कल 112 रन पर पांच विकेट गंवा दिये थे और उस पर हार का खतरा मंडराने लगा था। भारत ने अंतिम दिन अपने शेष पांच विकेट मात्र 28 रन जोड़कर गंवा दिए और उसकी दूसरी पारी 56 ओवर में 140 रन पर सिमट गयी।
भारत ने दिन की शुरुआत पांच विकेट पर 112 रनों से की. टीम इंडिया ने अपने अंतिम पांच विकेट सिर्फ 28 रन पर गंवाए. ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम दिन 65 मिनट में ही भारत के बचे हुए पांच विकेट हासिल कर लिये. तीसरा टेस्ट मेलबर्न में 26 दिसंबर से शुरू होगा.

भारत को संभवत: इस मैच में विशेषज्ञ स्पिनर की कमी खली. हनुमा विहारी (28) और ऋषभ पंत (30) ने आखिरी दिन भारत की पारी को आगे बढ़ाया. ये दोनों छह ओवर तक ही आस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को सफलता से महरूम रख पाए. दोनों ने छठे विकेट के लिए 21 रन जोड़े.
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 326 रन बनाए थे, जिसके जवाब में भारत ने कप्तान विराट कोहली के 25वें शतक की बदौलत 283 रन बनाए. पहली पारी में 43 रनों की बढ़त हासिल करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 243 रन बनाकर भारत को 287 रन का लक्ष्य दिया.

भारत को सबसे अधिक निराश उसके निचले क्रम ने किया है, जबकि ऑस्ट्रेलिया का निचला क्रम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. ऑस्ट्रेलिया के आठ से 11वें नंबर के बल्लेबाजों ने अब तक सीरीज में 519 गेंदों का सामना किया है और 21 की औसत से 252 रन बनाए हैं. इसके विपरीत भारत के निचले क्रम के बल्लेबाज 228 गेंद में 5.25 की औसत से सिर्फ 63 रन जोड़ पाए हैं.

कोहली ने मैच के बाद स्वीकार किया कि आस्ट्रेलिया ने बेहतर प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा, ‘टीम के रूप में मुझे लगता है कि हम टुकड़ों में अच्छा खेले. ऑस्ट्रेलिया ने बल्ले से हमारी तुलना में कहीं बेहतर प्रदर्शन किया. हमें लगता है कि इस पिच पर 330 रन काफी अधिक स्कोर था. वे जीत के हकदार थे.’
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने कहा, ‘‘यह काफी मुश्किल टेस्ट था. दोनों मैच कड़े थे. दो बेहद प्रतिस्पर्धी टीमें और दो काफी अच्छे तेज गेंदबाजी आक्रमण. बल्लेबाजों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी और यह शानदार मुकाबला था क्योंकि गेंद काफी मूव कर रही थी.’