फतेहपुर : निराश्रित मवेशियों की मदद काे आगे आए ग्रामीण युवा

भास्कर ब्यूरो

बकेवर/फतेहपुर । जनपद की अधिकतर सड़कों पर आवारा मवेशियों ने डेरा डाल रखा है। कई बार तेज गति से वाहन चालक इनसे टकराकर हादसे का शिकार हो जाते हैं। लेकिन दुर्घटना में घायल मवेशी की तड़प की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। अब इन पशुओं की सहायता का बीड़ा मुसाफा चौकी व मुसाफा ग्राम के कुछ युवाओं ने उठाया है। वे न सिर्फ उसके इलाज का प्रबंध करते हैं बल्कि उसकी तीमारदारी भी करते हैं। यह युवा मुख्य रूप से गौवंश की रक्षा के लिये तत्पर रहते हैं।

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इनमें से कोई नौकरी वाला तो कोई व्यवसायी व कुछ विद्यार्थी भी है। अपने काम-काज के साथ इस अभियान को भी अच्छे ढंग से चला रहे हैं। यह लोग अब तक कई घायल-बीमार गाय, बैल और बछड़े का इलाज करा चुका है। इन युवाओं का कहना है कि दो घायल मवेशी पड़े थे जिनके पैरों के खुर उखड़ चुके थे और गले के पास भारी जख्म था। लोग आसपास से निकल रहे थे लेकिन कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया।

तब मैंने अपने एक सिपाही राजेश सिंह को बुलाया और पास खड़े लोगों की मदद से मवेशियों को नीम के पेड़ पर बंधवाया और पशु चिकित्सक को बुलाया। इसके बाद उसके ठीक होने तक हम इलाज की जानकारी भी लेते रहे। तब हमने संकल्प लिया कि जहां भी काेई घायल और बीमार मवेशी देखेंगे उसकी मदद जरूर करेंगे। इनके इस अभियान में एक पशु चिकित्सक डाॅ. दर्शिका साहू भी मदद कर रहे हैं।

जो मौके पर पहुंच कर उपचार करते हैं। मुसाफा चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार, आरक्षी सत्येंद्र सिंह ,दिनेश कुमार, अंशुल कुमार, रवीश कुमार, शीलेश कुमार व मुसाफा ग्राम के युवा टीम के सदस्य राधे शुक्ला, निकेतन दीक्षित, लक्ष्मी तिवारी आदि युवाओ द्वारा मदद की गयी।