- ईमोशनल ड्रामे के बीच दिखी जरवल की बोर्ड बैठक
- पाँच माह बाद बुलाई गई बोर्ड की बैठक की कार्यवाही भी रही फुस्स ईगो के पेच मे फसा है सारा काम
जरवल ( बहराइच ) पाँच माह बाद बुलाई गई नगर पंचायत जरवल के बोर्ड की बैठक की हवा एक बार फिर निकल गई न कोई प्रस्ताव हो पाया न कोई कार्यवाही वजह थी कि एक ओर निकाय के तेरह सभासदों मे आठ सभासद अपनी पुरानी आठ सूत्री मांगों को पूरा करवाने की जिद्द पर तुले थे तो दूसरी तरफ ई ओ संतोष कुमार चौधरी का कहना था कि जो भी उनके पास है सभासद ले सकते है जो जिला प्रशासन के पास है आने पर दिखा सकते है जिस पर आठ सभासद इस पर राजी होने को तैयार हुए की समय सीमा बताई जाय जिस पर बात बन नही पाई।
फिर इमोशनल ड्रामे का दौर शुरू हुआ ई ओ श्री चौधरी समेत चेयरमैन प्रतिनिधी इंतजार अहमद उर्फ मिथुन ने अपनी जिद्द पर अड़े सभासदों से माफी मांगते हुए कहा यदि हम लोगो से कोई गल्ती हो गई हो तो माफी चाहते है कुछ मुद्दों पर अपना प्रस्ताव कर कार्यवाही पूरी करे लेकिन बात बन नही पाई आठो सभासदों ने कहा बात तभी बनेगी प्रस्ताव तभी होगा जब उन लोगों को मांगी गई अभिलेखों के रिकार्ड मिल जावेगे।बात बिगड़ती देख चेयरमैन प्रतिनिधी इंतजार अहमद उर्फ मिथुन ने एक अमर्यादित चुटकुला पेश कर सभासदों को ठहाका लगाने पर विवश कर दिया।जब कि चेयरमैन प्रतिनिधी मिथुन के अमर्यादित चुटकुले पर ई ओ संतोष कुमार चौधरी को भी ये बात नागवार गुजरी थी।बताते चले तीन चार घंटे के बोर्ड बैठक मे कस्बे के विकास को लेकर कोई चर्चा न होने से गुस्साई महिला सभासदों ने बोर्ड की बैठक से झुल्ला कर चली गई जिन्हे रोकने का प्रयास भी असफल दिखा।बोर्ड की बैठक मे ई ओ संतोष कुमार चौधरी के अलावा चेयरमैन तस्लीमबानो चेयरमैन प्रतिनिधि मिथुन समेत निकाय के तैरहो सभासद भी मौजूद रहे।
चौदहवाँ वित्त के करोड़ो रुपयो की स्वीकृति कब तक अटकी रहेगी हुजूर
जरवल।
निकाय प्रशासन के जानकारों की माने तो विगत कई माह से चौदहवाँ वित्त आयोग के करोड़ो रुपयों की स्वीकृति के लिए जिलाधिकारी के यहाँ फाइल धूल फांक रही है जिसकी परवाह शायद निकाय प्रशासन को नही है जिस कारण यहाँ एक वर्ष गुजर चुका है विकास का पहिया घूम नही पा रहा है।जिससे कस्बे के आवाम को तमाम दुश्वारियों के बीच गुजरना पड़ रहा है लेकिन निकाय प्रशासन को शायद इसकी रत्ती भर परवाह नही है जो कस्बे के लिए शुभ संकेत कतई नही है।