नवीन गौतम/दैनिक भास्कर
हापुड। हाफिजपुर थाना क्षेत्र के गांव अमर पुरा इमटोरी के पास एक डम्फर द्वारा पहले ट्रैक्टर ट्राली में टक्कर मारने से पांच लोग गम्भीर घायल हुए थे। जिसके बाद तेज़ रफ़्तार डम्फर एक अधिवक्ता के भाई के घर मे जा घुसा था, उस दौरान भी कुछ बच्चे व लोग चोटिल हुए थे। घटना के बाद पहुची पुलिस व ग्रामीणों में तीखी नोक-झोंक हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने अधिवक्ता के परिवार सहित अन्य लोगो पर मुकदमा दर्ज किया था। मामले का पता चलने के बाद हापुड बार एसोसिएशन के अधिवक्ता मौके पर पहुचे थे। मामले में कार्यवाही को लेकर बार अध्यक्ष व सचिव के साथ अधिवक्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल एसपी से मिला था।
कार्यवाही न होने पर अधिवक्ताओं द्वारा का आज चौराहे पर जाम लगाना प्रस्तावित था।
हापुड़ बार एसोसिएशन के सचिव रविन्द्र निमेष ने बताया कि पुलिस उत्पीड़न से परेशान होकर देवेंद्र सागर एडवोकेट के मामले में जो मीटिंग में जाम लगाने का प्रस्ताव पास हुआ था। आज जाम लगाने का प्रोग्राम था लेकिन सीओ पिलखुआ तेजवीर सिंह से वार्ता के बाद प्रस्ताव को मानते हुए देवेंद्र सागर एडवोकेट व उनके परिवार जनों के विरुद्ध दर्ज मुकदमे को एक्स्पंज कर दिया गया। साथ ही एडवोकेट देवेन्द्र सागर से की गई अभद्रता का खेद प्रकट कर मामला समाप्त कर दिया गया। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट अनिल आज़ाद ने कहा कि बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं व सीओ पिलखुवा के आपसी ताल-मेल से पुलिस व अधिवक्ताओं के बीच चल रहे विवाद का सम्मान जनक हल होने पर खुशी है। अधिवक्ता व पुलिस दोनों ही न्यायपालिका के मजबूत स्तम्भ है। पुलिस को अधिवक्ताओं का सम्मान करना चाहिए और उनकी बातों को गम्भीरता से लेना चाहिए। इस मौके पर भोपाल सिंह शिशोदिया, मुकेश कुमार, विकास त्यागी, दीपक कुमार, अशोक गिरी सहित सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे।
खबरें और भी हैं...