लखीमपुर खीरी : दहेज रहित विवाह हुआ सम्पन्न

सन्त रामपाल महराज ने कहा कि सच हो रहा सपना अपना, दहेज मुक्त भारत हो अपना

लखीमपुर खीरी : रविवार को लखीमपुर के भोगीपुर्वा गाँव में गुरुवाणी को साक्षी मानकर दहेज़ मुक्त भारत अभियान के तहत  संत रामपाल महाराज के शिष्य अवधेश दास और शिष्या पूजा दासी ने 33 कोटि देवताओं की स्तुति को आधार मानकर अपना विवाह 17 मिनट में संपन्न किया। यह एक आडम्बर और दहेज़ मुक्त शादी रही, जो  मानव समाज के लिए एक मिसाल बनी । 
इस विवाह से गरीब और कन्या को बोझ समझने वाले लोगो के लिए एक सन्देश संत रामपाल जी के शिष्यों ने दिया कि बेटा या बेटी में कोई फ़र्क नहीं है। इस शादी की व्यवस्था बहुत ही साधारण और सादगीयुक्त थी। समाज में दहेज़ प्रथा व अन्य कुरीतियां जो की समाज के लिए नाश का कारण है, संत रामपाल महाराज  के अनुयायी इन बुराइयों को विश्व स्तर पर समाप्त कर रहे हैं। 

सच हो रहा है सबका सपना, दहेज मुक्त हो भारत अपना
महराज के शिष्य अवधेश दास ने कहा कि आज समाज में दहेज प्रथा जैसी कुरीति पुरे समाज को निगल रही है और न चाहते हुए भी बेटियों को दर्द का जीवन जीना पड़ रहा है। हज़ारों बेटियों को दहेज की वजह से गर्भ में मार दिया जाता है और जिन बेटियों की शादी दहेज देकर की जाती है, वह भी अपना जीवन नरक जैसा जीने को मजबूर होती है।  आज समाज में दहेज, नशा, चोरी, व्यभिचार, घूसखोरी, भ्रूणहत्या आदि कुरीति चरम पर है और इंसान न चाहते हुए इन कुप्रथा में पिस रहा है वही दूसरी तरफ सन्त रामपाल जी महाराज वेद, कुरान, बाईबल, गीता, पुराण आदि से प्रमाणित ज्ञान बताकर लाखों करोड़ों पुण्य आत्माओं का जीवन सफल कर रहे हैं। 
लखीमपुर जिला कार्डिनेटर रवि कुमार वर्मा ने बताया कि सन्त रामपाल जी के आशीर्वाद से लखीमपुर ही नहीं नेपाल, अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान आदि देशों मे हज़ारों दहेज रहित विवाह बिन बारात, बिन बैंडबाजा, बिना दहेज कराए जाते हैं इन विवाह मे सारा खर्च सन्त रामपाल जी द्वारा वहन किया जाता है व सन्त रामपाल जी से करोड़ों परिवार उपदेश लेकर सफ़ल जीवन जी रहे हैं, सन्त रामपाल जी के करोड़ों अनुयाई हर एक तरह की कुप्रथा त्यागकर सफल जीवन जी रहे हैं। 

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