-कार के उड़े परखच्चे, अनियंत्रित ट्रैक्टर ट्राली भी पलटी।
-ट्रैक्टर चालक परिचालक ट्रैक्टर छोड़कर फरार।।
दीपक गुप्ता (नौहझील)
मथुरा(नौहझील)मांट तहसील के नौहझील-राया मार्ग उस समय हड़कंप मच गया जब टेंटीगांव अंडरपास के समीप अनियंत्रित ओवरलोड ईंटों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली ने कार में टक्कर मार दी।जिससे कार के परखच्चे उड़ गए और कार चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं अनियंत्रित ट्रैक्टर ट्रॉली भी पलट गई।जिसे चालक परिचालक छोड़कर भाग खड़े हुए।सूचना पर पहुंची सुरीर पुलिस ने घायल को सीएचसी मांट पहुंचाया।जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।उपचार के दौरान कार चालक ने दम तोड़ दिया। जानकारी अनुसार नावली निवासी योगेंद्र उर्फ सुभाष कार से राया से नौहझील की तरफ आ रहा था।तभी टेंटीगांव अंडरपास के समीप नौहझील से राया की तरफ जा रही अनियंत्रित ओवरलोड ईटों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने कार में टक्कर मार दी। जिससे कार के परखच्चे उड़ गए व चालक गंभीर रूप से घायल हो गया।अनियंत्रित ट्रैक्टर ट्रॉली भी पलट गई।जिसे छोड़कर ट्रैक्टर चालक परिचालक भाग खड़े हुए। वहीं सूचना पर पहुंची सुरीर पुलिस ने घायल सुभाष को सीएससी मांट भिजवाया।जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद डॉक्टरों ने सुभाष को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।जहां उपचार के दौरान सुभाष ने दम तोड़ दिया।
ओवरलोड ट्रैक्टरों ने बुझाये दर्जनों घरों के चिराग।।
थाना क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों पर पुलिस अंकुश लगाने में असमर्थ नजर आ रही है। क्षमता से अधिक भार का परिवहन करने वाले वाहन आए दिन घटना को अंजाम दे रहे हैं। ओवरलोडिंग से पूर्व में भी कई हादसे हो चुके हैं।इन हादसों में दर्जनों लोग अपनी जान गवा चुके हैं। बावजूद इसके पुलिस इन ओवरलोड का परिवहन करने वाले वाहनों पर शिकंजा नहीं कस पा रही है। अगर ओवरलोड की बात की जाए तो सुबह से शाम तक सैकड़ों की संख्या में ईटों से ओवरलोड ट्रैक्टरों का आवागमन और दिन ढलते ही क्षमता से अधिक परिवहन करने वाले ट्रक और डंपरोंं का आवागमन शुरू हो जाता है।ओवरलोड वाहनों का कहर इतना है कि इलाका पुलिस इन वाहनों पर कार्रवाई करने से कतराती नजर आती है।स्थानीय लोगों के मुताबिक इन ओवरलोड ईटों से भरे ट्रैक्टरों की स्पीड गति सीमा से भी ज्यादा होती है,जिससे कि हादसा होने का खतरा अधिकतर बना रहता है। ट्रैक्टर ट्राली खेती के काम में आने के लिए बनाया गया है।सरकार ने भी इस वाहन पर रोड टैक्स, फिटनेस, प्रदूषण, परमिट आदि सभी टैक्स छोड़ रखे हैं।मगर क्षेत्र में तो लोगों ने ट्रैक्टर ट्रॉली को भार परिवहन का साधन बना डाला है।ओवरलोड अनियंत्रित गति से इन वाहनों को सड़क पर हर समय फर्राटे भरते हुए देखा जा सकता है।क्षेत्रीय पुलिस व परिवहन विभाग इन वाहनों पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रहा है।क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यदि ट्रैक्टर ट्रॉली को कृषि कार्य के अलावा व्यवसाय कार्य में प्रयोग किया जाता है तो ऐसे वाहनों का व्यवसायिक वाहन घोषित कर दिया जाए।कोतवाल सुरीर अमरसिंह परमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ओवरलोड ईटों से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली ने कार में टक्कर मार दी थी। जिससे कार चालक सुभाष की उपचार के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई है। ट्रैक्टर ट्रॉली को छोड़कर चालक परिचालक भाग खड़े हुए हैं। ट्रैक्टर को पुलिस ने कब्जे में ले लिया गया है।तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।