
कानपुर। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने अपने शिविर कार्यालय में जिला गंगा समिति की बैठक की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिला गंगा संरक्षण समिति के अधीन समस्त विभाग द्वारा अपनी वृहद कार्ययोजना तैयार करते हुए गंगा संरक्षण जन जागरूकता कार्यक्रम के तहत गंगा सफाई तथा गंगा को स्वच्छ, निर्मल व अविरल बनाने के लिए कार्य करें।गंगा की सहायक नदियों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। नदी के किनारे हरित पट्टिका बनाई जाएगी जिसमें गंगा नदी की प्रकृति के अनुसार पेड़ लगाए जाएंगे।
अटल घाट से जाजमऊ तक बोट क्लब की तर्ज पर पाथ वे बनाने का सुझाव बैठक में जिलाधिकारी द्वारा प्रस्तुत किया गया। जिसके लिए सिंचाई विभाग नगर निगम टीमें बनाकर सर्वे करें। कितने क्षेत्र में कितनी लागत आएगी। एस्टीमेट बनाने के निर्देश दिए गए ताकि एनएमसीजी को एस्टीमेट के साथ प्रस्ताव भेजा जा सके।नगर की सीमा से 150 किलोमीटर अरौल से प्रारंभ होकर फतेहपुर बॉर्डर के बीच 40 गांव पड़ते है। इन सभी 40 गांवों में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जायें। वर्तमान में 30 किसानों के समूहो द्वारा जैविक खेती की जा रही है, जिसमें 1268 किसान जैविक खेती कर रहे हैं, इस योजना के तहत और भी किसानों को जोड़ने के लिए निर्देश दिये गए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. महेंद्र कुमार, नगर आयुक्त शिव शरणप्पा, जिला वन अधिकारी अरविंद, गंगा स्वास्थ्य समिति के संबंधित सदस्य तथा अधिकारी गण उपस्थित रहे।