VIDEO : ठाकरे फिल्म के अलावा कोई दूसरी फिल्म नहीं चलने देगी शिवसेना

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मुंबई । बहुचर्चित और बहुप्रतिक्षित ‘ठाकरे’ फिल्म 25 जनवरी 2018 को रिलीज होनेवाली है। शिवसेना की चित्रपट सेना ने धमकी दी है कि इस दिन और किसी दूसरी फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। यदि 25 जनवरी को दूसरी कोई फिल्म प्रदर्शित की गई तो उसे सिनेमागृहों में नहीं चलने दिया जाएगा। शिवसेना की शैली में जवाब दिया जाएगा।
यह धमकी शिवसेना की फिल्म इकाई के महासचिव बाला लोकरे ने दी है।

उन्होंने यह फरमान अपने फेसबुक एकाउंट पर पोस्ट किया है, जिसमें कहा गया है कि 25 जनवरी को ठाकरे फिल्म के अलावा दूसरी फिल्म को सिनेमागृहों में नहीं चलने दिया जाएगा। शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के जीवन पर आधारित फिल्म ठाकरे का ट्रेलर बीते बुधवार यानी 26 दिसंबर को रिलीज किया गया था।

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ट्रेलर रिलीज होने के साथ ही यह फिल्म सुर्खियों में आ गई है। हिंदी और मराठी भाषा में बनी इस फिल्म को देखने के लिए सिनेप्रेमियों में उत्सुकता है। हालांकि रिलीज होने के पहले ही इस फिल्म के सामने कुछ परेशानियां खड़ी हो गई हैं। कुछ संवादों और दृश्यों को लेकर विवादों में आ गई है। फिल्म सेंसर बोर्ड ने दो दृश्य और तीन संवादों पर आपत्ति जताई है। फिल्म रिलीज का रास्ता अभी साफ नहीं हुआ है। दूसरी ओर शिवसेना ने 25 जनवरी को दूसरी फिल्म सिनेमागृह में नहीं चलने देने की धमकी देकर हलचल मचा दी है।

फिल्म अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्धीकी शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की बायोपिक ‘ठाकरे’ में नजर आने वाले हैं। शिवसेना के प्रवक्ता व सांसद संजय राऊत फिल्म के निर्माता हैं।

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मनसे नेता अभिजीत पानसे ने फिल्म का निर्देशन किया है। इन दिनों फिल्म जगत में बायोपिक्स की धूम रही है। नए वर्ष में नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म ‘ठाकरे’ रिलीज होने के लिए तैयार है, तो वहीं इस फिल्म का सामना करने के लिए झांसी की रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर बनी कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ भी इसी वीकेंड में रिलीज होनेवाली है। इसके अलावा ऋतिक रोशन भी एक टीचर की बायोपिक ‘सुपर 30’ लेकर तैयार हैं।

बाल ठाकरे का बेबाक अंदाज:
बाल ठाकरे बेबाक अंदाज में बात करने के लिए जाने जाते थे. यह उनके व्यक्तित्व का अनूठा पहलू था. इसे पर्दे पर उतारने की नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बखूबी कोशिश की है. कोर्ट रूम हो या प्रधानमंत्री से मुलाकात, बाला साहेब के उस अंदाज को कायम रखने का नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने पूरा प्रयास किया है. उम्मीद है कि दर्शकों को भी यह बात पसंद आएगी.
विवादित ढांचे पर बाला साहेब के विचार:
देश की राजनीति में अयोध्या का विवादित ढांचा सबसे संवेदनशील मुद्दों में से एक रहा है. इस पर बाल ठाकरे के क्या विचार थे, इन्हें ट्रेलर में दिखाया गया है. ठाकरे के किरदार को साफ तौर पर यह कहते हुए दिखाया गया है कि उस जगह पर मंदिर था. इस मामले पर और भी कई डायलॉग्स हैं जो कि दर्शकों को पसंद आ सकते हैं.
मिसिंग है म्यूजिक:
बॉलीवुड फिल्मों में संगीत को एक अहम हिस्सा माना जाता है. लेकिन इस ट्रेलर में किसी भी गाने को जगह नहीं दी गई है. आम तौर पर निर्देशक ट्रेलर में फिल्म का कोई एक कैची सॉन्ग जरूर रखते हैं. जो कि दर्शकों को बांधे रखने में मदद करता है. हालांकि इस ट्रेलर में ऐसा नहीं है. उम्मीद है कि वक्त से साथ मेकर्स इसके गानों को भी रिलीज करेंगे.

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