
लियाकत मंसूरी
मेरठ। जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंध प्राधिकरण व मॉक ड्रिल की तैयारियों के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन बचत भवन में किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपर जिलाधिकारी वित्त पंकज वर्मा ने कहा, अभी से सभी संबंधित विभाग बाढ़ नियंत्रण की तैयारियां प्रारंभ कर दें। क्योंकि कल यानि शुक्रवार को हस्तिनापुर के ग्राम फतेहपुर प्रेम में बाढ़ नियंत्रण के संबंध में मॉक ड्रिल की जाएगी। उन्होंने कहा, अगर कोई बाढ़ जैसी परिलक्षित होती है तो उस दौरान कोई भी जनहानि और पशु हानि न हो, हमें ऐसी तैयारियां करनी चाहिए। बताया कि तहसील स्तर पर संबंधित उप जिलाधिकारी इंसीडेंट कमांडर होंगे तथा जिला व तहसील स्तर पर उस दौरान बाढ़ नियंत्रण कक्षों की स्थापना भी करायी जायेगी। अपर जिलाधिकारी वित्त पंकज वर्मा ने एक-एक कर सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों से उनके विभाग से संबंधित बाढ़ नियंत्रण के कार्यों की तैयारियों की जानकारी ली व आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा, तहसील व ब्लॉक स्तर पर बाढ़ सुरक्षा केन्द्र बनाये जाये। बाढ़ की स्थिति में आश्रय स्थल ऊंचे स्थानों पर बनाए जाए। खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों से कहा, वह खाद्य आपूर्ति के लिए अभी से टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ कर दें। अपर जिलाधिकारी ने बताया, 22 अप्रैल यानि कल तहसील मवाना के हस्तिनापुर के ग्राम फतेहपुर प्रेम में बाढ़ नियंत्रण के संबंध में मॉक ड्रिल 12.00 बजे से अपरान्ह: 02.00 बजे तक आयोजित की जायेगी। जिसमें संबंधित विभाग प्रतिभाग करेंगे। अपर जिलाधिकारी वित्त ने निर्देशित किया कि लेखपाल नाविकों के संपर्क में रहे। नावों की किराया व मल्लाहों की मजदूरी की जानकारी रखे। यह सुनिश्चित किया जाये कि नावों पर लाल झंडी अवश्य लगे तथा नावों पर उसकी भार क्षमता भी लिखी जाये। उन्होंने कहा कि मोटर बोट की व्यवस्था भी की जाये। गढ़मुक्तेश्वर व अन्य जगहों से इस हेतु संपर्क भी किया जा सकता है। इस अवसर पर तहसीलदार मवाना आकांक्षा जोशी, सभी संबंधित विभागों के अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर निकाय, खंड विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहें। बैठक में इन्होंने कहा 8वीं वाहिनी एनडीआरएफ गाजियाबाद के डिप्टी कमांडर गुलीश आनंद ने बताया, इंसीडेंट रिसपोनस सिस्टम के तीन मुख्य घटक आपरेशन सेक्शन, प्लानिंग सेक्शन व लाजिस्टिक सेक्शन है। आपदा प्रबंधन के लिए यूनिफाइड कमांड का होना सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग प्रमोद कुमार ने बताया, हस्तिनापुर में 71 ग्राम बाढ़ से प्रभावित माने जाते है तथा 48 किमी क्षेत्र गंगा नदी की सीमा से लगता है। बताया, बिजनौर बैराज करीब 17 किमी पर पानी आने में 06 से 07 घंटा लगता है तथा भीमगौडा से मेरठ सीमा तक लगभग 80 किमी पर पानी आने में 22 से 23 घंटा लग जाता है।