भोपाल । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को भोपाल आए। वे यहां अनेक कार्यक्रम में शामिल होंगे. गृहमंत्री ने भोपाल में अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस का शुभारंभ भी किया। सेंट्रल अकादमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग CAPT में हुए इस कार्यक्रम में गृहमंत्री ने एक बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि भोपाल में नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री हल्के—फुल्के मूड में नजर आए।
केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री का वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वागत किया. यहां लगे कई आधुनिकतम उपकरणों का गृहमंत्री अमित शाह ने निरीक्षण भी किया. यहां रखे हथियारों के बारे में भी उन्हें बताया गया। इस दौरान उन्होंने एक बंदूक भी उठाकर थाम ली. हाथों में बंदूक लेकर गृहमंत्री ने बाकायदा निशाना भी साधा। उन्होंने बंदूक कांधों पर रखी. उनके ट्रिगर पर उंगली रखने पर कई लोग आशंकित भी हो उठे हालांकि उन्होंने ट्रिगर नहीं दबाया। यहां केवल प्रदर्शन के लिए बंदूकें रखी गई थीं।
अब अंग्रेजों की डंडा मार पुलिस नहीं चलनेवाली- शाह
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा कि अब अंग्रेजों की डंडा मार पुलिस नहीं चलनेवाली. अब नॉलेज, सबूत और तर्कपूर्ण पुलिसिंग जरूरी है। उन्होंने कहा कि पुलिस को अपराधियों से दो कदम आगे रहना होगा और इसके लिए टेक्नोलॉजी बहुत जरूरी है। पुलिस कॉन्स्टेबल और हेड कॉन्स्टेबल को भी टेक्नो फ्रेंडली होना होगा।
भाजपा सरकार में आएगी नई NAFIS सेवा- अमित शाह
उन्होंने बताया कि हम एक नई NAFIS सेवा भी लाने वाले हैं। देशभर की पुलिस के पास करोड़ों की संख्या में फिंगर प्रिंट का डेटा है। NAFIS के माध्यम से जैसे ही अपराधी के फिंगर प्रिंट को कम्प्यूटर में डालेंगे, डेढ़ मिनट के अंदर वह आपको नाम दे देगा. इससे देश का बहुत बड़ा फायदा होगा। उन्होंने कहा कि आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है तो पुलिस को मार्डनाइज करना पड़ेगा। उन्होंने देशभर में एक ही प्रकार की वायरलेस, एक ही प्रकार के सीसीटीवी लगने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि एक्सचेंज आफ इंफार्मेशन की सारी चीजें हों, एक्सचेंज आफ डेटा का अधिकार भी देश की हर पुलिस को हो।
गृहमंत्री ने कहा कि कोरोना के समय में देशभर में लगभग 4 लाख से अधिक पुलिस कर्मी संक्रमित हुए, 27 सौ से ज्यादा की मृत्यु भी हुई। कार्यक्रम में CM शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी उपस्थित रहे। इससे पहले सीएम शिवराज ने मध्यप्रदेश पुलिस की तारीफ करते हुए कहा- मध्यप्रदेश पुलिस ने 2 साल में 12 हजार करोड़ रुपए की अतिक्रमणकारियों से जमीन मुक्त कराई।