संजय शर्मा
गुरूग्राम। हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के करीब और दलित नेता उदयभान सिंह को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कमान मिलने से कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि एक तो इससे पार्टी के भीतर की गुटबाजी रूकेगी जो कांग्रेस इकाई का सबसे बड़ा सिरदर्द थी। दूसरा जातीय समीकरण भी सधेंगे जिससे सत्तधारी भारतीय जनता पार्टी को मात देने में मदद मिलेगी। चूंकि प्रदेश अध्यक्ष उदयभान दलित समुदाय से आते हैं और विधायक दल के नेता खुद भूपेंद्र सिंह हुड्डा जाट बिरादरी से हैं। इन दोनों वर्गों की हरियाणा की राजनीति में अहम भूमिका है। कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस नेतृत्व ने चार नेता नियुक्त किए हैं जिनमें कभी मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दाहिने हाथ रहे जितेन्द्र भारद्वाज ब्राह्मण हैं, राम किशन गुर्जर, गुर्जर समाज से आते हैं,किरन चौधरी की पुत्री श्रुति चौधरी जाट है, सुरेश गुप्ता वैश्य समाज से हैं। सूत्रों का कहना है कि स्थानीय समीकरणों टिकिट वितरण में अब यादव समाज, और पंजाबी बिरादरी के लोगों को वरीयता दी जाएगी। पार्टी नेताओं का कहना है कि भूपिंदर सिंह हुड्डा को फ्रीहेंड कर देने से अब निर्णय प्रक्रिया तेज होगी। पार्टी कार्यकर्ता अब एकताल में काम कर सकेंगे। जातीय समीकरणों पर भी नई टीम एकदम फिट बैठती है।
आज राज्य सभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा से मिलने गुरूग्राम युवा कांग्रेस नेता वर्धन यादव का कहना है कि निश्चित रूप से पार्टी हाईकमान द्वारा लिया गया यह एक श्रेष्ठ निर्णय है। नई टीम में अब कार्यकर्ताओं को खुलकर काम करने का अवसर मिलेगा, संगठन मजबूत होगा और महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार व जर्जर हो चुकी हरियाणा की कानून व्यवस्था पर भाजपा की खट्टर सरकार को घेरने का प्रभावी मौका मिलेगा। उन्होंने हरियाणा की नवनियुक्त टीम को शुभकामनाएं दी।