कानपुर : 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा पारा,डीएम से स्कूलों का समय परिवर्तन की मांग

कानपुर। राजस्थान के थार मरुस्थल से आ रही उत्तर पश्चिमी गर्म हवाएं इस बार गर्मी के प्रचंड तेवर दिखा रही हैं। हालत यह है कि सुबह से ही सूरज के तेवर इतने तेज हो रहे हैं कि लोगों का घर से निकलना धूभर हो रहा है। चिलचिलाती धूप की वजह से गर्मी अपना प्रचंड रुप दिखा रही है। और इंसान से लेकर बेजुबान सब बेहाल हैं। सीएसए के मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जबकि न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस पर रहा। बुंदेलखंड में बांदा सबसे गर्म रहा वहां का तापमान तो 46 डिग्री को भी पार कर गया।सीएसए के मौसम ​वैज्ञानिक डॉ एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि आम तौर पर मई के तीसरे हफ्ते से जैसी झुलसाने वाली गर्मी पड़ती है। इस बार अप्रैल में ही वो हाल हो गया। अगले चार दिनों तक भीषण लू का अनुमान है।

मण्डल सहित पूरे उत्तर और मध्य भारत में 2 मई तक भीषण लू चलेगी।ऐसा कम ही देखा गया है, कि शहर में अप्रैल का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पहुंचा हो। गर्मी से स्कूल जाने वाले बच्चे बेहाल हैं।धूप के साथ लू भी अपना कहर बरपाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। प्रचंड गर्मी में चल रहे स्कूलों का असर बच्चों पर भी पड़ रहा है। ऐसे में अभिभावकों की चिंताएं बढ़ती जा रही है। इसी को लेकर उद्योग व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने डीएम नेहा शर्मा से मुलाकात की। व्यापारी नेताओं ने कहा कि कक्षा आठ तक के स्कूलों को सुबह 7 से 10 तक या फिर आनलाइन कक्षाओं को दोबारा से संचालित की जाए। व्यापारी नेताओं ने कहा कि गर्मी की वजह से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं।