
भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह में मंगलवार को ईद उल फितर की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हुई। इस दौरान विशेष ध्यान रखा गया कि नमाज सड़क पर ना पढ़ी जाए। 50 से अधिक स्थानों पर ईद की नमाज अदा की गई। शाही ईदगाह में कारी शफीकुर्रहमान ने तकरीर की। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे अपने बच्चों को इल्म हासिल कराए। नमाज से अपनी तकरीर में कारी शफीकुर्रहमान ने कहा, इल्म के बगैर दुनिया में आदमी बेकार है। इल्म हासिल करना सबसे ज्यादा जरूरी है। दुनिया में सबसे पहले इंसान आदम आए थे। अल्लाह ने उनको इल्म दिया। इल्म की बुनियाद पर आदम की फजीलत फरिश्तों व मलाइका पर हुई। हिंदुस्तान की सरजमी को वो सर्फ हासिल है कि दुनिया में सबसे पहला इंसान भारत की सर जमी पर आया। पूरी दुनिया में नहीं, सिर्फ हिंदुस्तान में आया। श्रीलंका उस वक्त भारत का हिस्सा हुआ करता था, आदम श्रीलंका में आए थे। कारी ने कहा, आदम से लेकर आज तक इल्म ऐसा शरमाया है, जो हमें दुनिया में जिंदा रख सकता है, इज्जत दे सकता है और सम्मान दिला सकता है। हजरत आदम के बाद मोहम्मद साहब आए। कुरान की पहली वही इल्म के ताल्लुक से नाजिल हुई। कुरान ने भी पहला सबक इल्म का दिया। इल्म में कभी सबसे आगे था मुसलमान बताया, आलिम और जाहिल बराबर नहीं हो सकते। एक दौर था जब मुसलमान इल्म में सबसे आगे थे, आज ऐसा दौर है जहां मुसलमान इल्म में सबसे पीछे है। कारी शफीकुर्रहमान ने अपनी तकरीर के दौरान सभी मुसलमानों से अपील की कि वे अपने बच्चों को इल्म दिलाएं। सड़क पर नहीं पढ़ी गई ईद की नमाज तकरीर के बाद 7:45 बजे शहर काजी जैनुल साजिदद्दिन ने ईद उल फितर की नमाज अदा कराई। शाही ईदगाह में हजारों से अधिक अकीदतमंदों ने नमाज अदा की। इस दौरान सड़क पर नमाज अदा नहीं की गई। फ़ैज़ाम इंटर कॉलेज में भी नमाज की व्यवस्था की गई थी, जहां इमाम मुफ्ती हसन ने नमाज अदा कराई। 50 ईदगाह में हुई नमाज अदा शहर में जगह-जगह 50 ईदगाह में ईद उल फितर की नमाज को अदा कराया गया। देहात में भी नमाज शांतिपूर्वक अदा की गई। ईदगाह में अधिकतर उलेमाओं ने तकरीर के दौरान इल्म पर जोर दिया। नमाज के बाद देश व दुनिया में अमनों अमान की दुआ की गई।