स्त्री को हमारे समाज में लक्ष्मी कहा गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रंथों में भी स्त्रियों के स्वभाव और उनके भविष्य से जुड़ी बातों के बारे में रोचक वर्णन मिलता है। प्रसिद्ध ग्रंथ ‘बृहद संहिता’ में स्त्रियों के दो प्रकार बताए गए है शुभ लक्षणा और अशुभ लक्षणा। शुभ लक्षणा के आधार पर स्त्री को साक्षात लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है जबकि अशुभ लक्षणा को अलक्ष्मी कहा जा सकता है। आइये आज हम आपको बताते हैं स्त्रियों के कुछ ऐसे ही शारीरिक लक्षण जिन्हें इस ग्रंथ में शुभ नही माना गया है।
यहाँ कुछ भी बताने से पहले हम आपको एक बात साफ तौर पर बता देना चाहते है की यह लेख स्त्रियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिये नहीं लिखा गया है बल्कि ये उनके लिये है जो, ज्योतिष को मानते हैं। ज्योतिष शास्त्र की एक शाखा समुद्र शास्त्र के द्वारा मनुष्यों के हाव-भाव, शरीर पर स्तिथ चिन्हों, शरीर के लक्षणों के आधार पर उनके स्वभाव के बारे बताया जाता है। तो चलिये जानते है स्त्रियो के बारे में कुछ ऐसी बातें जिससे उसके चरित्र का आकलान किया जा सकता है।एक मान्यता के अनुसार कहा जाता है की महिला के दांतों की बनावट, आंख, नाक, कान, पेट व शरीर के अन्य हिस्सों को देख कर बताया जा सकता है कि वह अपने पति व अपने ससुराल वालों के लिये कैैसी होगी। कहा जाता है की अगर किसी महिला के पैर की कनिष्ठ ऊँगली जमीन को न छुए तो ऐसी स्त्री वक़्त के साथ अपना चरित्र भी बदल लेती हैं। अगर महिला लंबी है और उसके होंठो के ऊपरी हिस्से पर अधिक बाल हैं, तो वह पति के लिए अशुभ मानी जाती हैं। ऐसा भी माना जाता है कि जो महिला बहुत अधिक गुस्सा और लड़ाई झगड़ा करती है तो ऐसी स्त्री के चरित्र पर विशवास करना बहुत मुश्किल होता है।
ऐसी स्त्रियां जिनके कानों में बहुत बाल होते हैं, तो ऐसी स्त्रियां घर में क्लेश की वजह बनती हैं। यदि महिला के दांत मोटे और चौड़े हैं तथा वह मुंह से बाहर निकलते हुए दिखते हैं तो उस महिला का जीवन हमेशा दुख से भरा रहेगा। यही नहीं मसूड़ों का काला होना भी स्त्री के दुर्भाग्य की निशानी है। अगर महिला के हाथों में नसों में उभार और हथेलियां चपटी हों, तो वे हमेशा सुख और धन से वंचित रहती हैं।