अनोखी शादी : पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम तो दूल्हा ई-रिक्शा पर ले गया बरात, दुल्हन की भी कराई विदाई

मार्डन कल्चर में शादियों को खास बनाने का फैशन चल पड़ा है। कहीं, हेलिकॉप्टर पर दुल्हन की विदाई होती है, तो कहीं दूल्हा बुलेट पर पहुंचता है। इन्हीं शादियों की कतार में चित्रकूट से अनोखी शादी की तस्वीरें सामने आईं हैं। यहां ई-रिक्शा पर बारात निकाली गई। दूल्हा भी फूलों से सजे ई-रिक्शा से शादी करने पहुंचा। इसी ई-रिक्शे से दुल्हन को लेकर विदाई रस्म करवाई।

जब लोगों ने दूल्हे से पूछा कि ई-रिक्शा पर ही बारात क्यों निकाली। तो उसने कहा महंगाई इतनी है, यही सबसे सस्ता विकल्प था।

परिवार ने कहा था- लोग क्या कहेंगे, लेकिन दूल्हा अड़ा रहा

गांव देहरूछ माफी के रहने वाले महेंद्र मोहन सिंह की 2 मई को शादी थी। छिपनी बरवारा में बारात जानी थी। हालांकि, इसका विरोध उनके खुद के घर वालों से लेकर लड़की पक्ष के लोगों तक ने किया। परिवार के लोगों ने कहा कि ई-रिक्शा से जाओगे तो लोग क्या कहेंगे।

ई-रिक्शा को भारत के झंडे और फूलों से सजाया गया था। भारत माता की जय का नारा भी लगाया गया।

20 ई-रिक्शा से निकली बारात

यहां महेंद्र ने शर्त रख दी कि अगर बारात जाएगी, तो ई-रिक्शा पर ही, नहीं तो शादी नहीं होगी। दूल्हे की जिद के आगे परिवार के लोगों को झुकना पड़ा। इसके बाद शादी के काफिले में 20 ई-रिक्शा को शामिल किया गया। 3 मई को महेंद्र धूमधाम से ई-रिक्शा से दुल्हन को विदा कराकर लाया।

महेंद्र आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हैं। चूंकि उनकी पार्टी भाजपा को महंगाई के मुद्दे पर ही घेराबंदी करती है। इसलिए उन्होंने ई-रिक्शा पर ही अपनी बारात निकालने का फैसला किया।

पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

महेंद्र ने बताया कि परिवार, रिश्तेदार व ससुराल पक्ष से काफी दबाव आया। लेकिन, उन्होंने इस तरह से शादी करके महंगाई का विरोध किया है। साथ ही, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पर्यावरण बचाओ अभियान में एक छोटा सा योगदान दिया है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि देश की जनता को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए ऐसे ही योगदान देने चाहिए।

इस बारात की एक और खास बात रही। सभी बरातियों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।

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