सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा : पकड़े गए कड़े गए 2 सॉल्वर, मास्टरमाइंड की तलाश में पुलिस…

जी पी अवस्थी   
 कानपुर। सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौरान कानपुर के सुंदर नगर स्थित गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज से एसटीएफ ने अनूप वर्मा के नाम से परीक्षा दे रहे धीरज कुमार को गिरफ्तार किया। वहीं गोविंद नगर के आर्य कन्या इंटर कॉलेज में कॉलेज प्रबंधन की मदद से एक सॉल्वर पकड़ा गया।
हरदोई निवासी हंसपाल छिबरामऊ के प्रभाकर सिंह के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। हंसपाल के पास उसका फर्जी मतदाता पहचान पत्र मिला है। प्रभाकर के प्रवेश पत्र पर हंसपाल की फोटो लगी है।सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के दो सदस्यों और एक मुख्य अभ्यर्थी को पुलिस ने रविवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को गैंग के सरगना समेत चार शातिरों की तलाश है। परीक्षा रविवार सुबह शहर के 61 केंद्रों पर हुई।सीओ आरके चतुर्वेदी ने बताया कि कालेज प्रधानाचार्य चंद्रकांता गेरा ने मुकदमा लिखाया है। प्रभाकर की तलाश की जा रही है।

वहीं नजीराबाद के गुरुनानक ग‌र्ल्स इंटर कालेज केंद्र पर पुलिस ने फीरोजाबाद के शेखपुरा गांव निवासी सॉल्वर धीरज कुमार को गिरफ्तार किया। वह इटावा के अहरीपुर निवासी सराफ आलोक वर्मा के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। धीरज की निशानदेही पर पुलिस ने परीक्षा केंद्र के पास कार में बैठे आलोक, सिरसागंज निवासी उसके दोस्त व चालक को पकड़ा।
आलोक ने बताया कि ढाई लाख रुपये में सरगना शिकोहाबाद के शीलू से सौदा हुआ था। 50 हजार रुपये एडवांस दिए। धीरज ने बताया कि उसे 80 हजार रुपये मिलने थे। जिसमें से 20 हजार रुपये मिल चुके हैं। धीरज के पास फर्जी वोटर आइडी, प्रवेश पत्र बरामद किया। वही मुकदमा पनकी के एक केंद्र पर परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिका ले गई अभ्यर्थी अर्चना वर्मा के खिलाफ केंद्र व्यवस्थापक ने मुकदमा दर्ज कराया।

दुकान खुलवाने को किया था सौदा
सॉल्वर हंसपाल इंटर पास है। उसने बताया कि बेरोजगारी के चलते परचून की दुकान खोलने के लिए डेढ़ लाख रुपये की जरूरत थी, इसीलिए सॉल्वर बन गया।

शिकोहाबाद के मास्टरमाइंड की तलाश 
पकड़े गए सॉल्वरों ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड शीलू कई परीक्षाओं में सॉल्वर बैठा चुका है। परीक्षा में उसने दो दर्जन से ज्यादा सॉल्वर बैठाए हैं।

खबरें और भी हैं...