शहजाद अंसारी
बिजनौर। बीमार बच्चे को खून देकर एक सब इंसपेक्टर ने मानवता के साथ-साथ हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल भी पेश की। सब इंसपेक्टर के खून देने की वजह से बच्चे को नई जिन्दगी मिली है।
जानकारी के अनुसार थाना नांगल क्षेत्र के ग्राम वहीरपुर निवासी नसीम के आठ वर्षीय बेटे को बीमारी के चलते राज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बच्चे की हालत को नाजुक देखते हुए चिकित्सक ने उसके परिजनों से ए पोजीटीव खून की व्यवस्था करने की बात कही थी। बीमार बेटे के लिये उसके पिता नसीम अहमद ने खून की व्यवस्था के लिये भाग दौड़ की शुरू कर दी, लेकिन खून की व्यवस्था नहीं हो सकी।
इसी बीच किसी ने इसकी जानकारी आबकारी चौकी इंचार्ज पवन कुमार को दी। जिसके बाद चौकी इंचार्ज पवन कुमार अपने अधिनस्थ भूपेन्द्र कुमार के साथ राज हॉस्पिटल पहुंच गये। वहां पर उन्होंने चिकित्स को बताया कि उनका खून ए पाजीटीव है और वह बच्चे को खून देने के लिये तैयार हैं। चिकित्सक ने उनका खून लेकर बच्चे को चढ़ा दिया। जिसके चलते बच्चे की जान बच सकी। बच्चे की हालत खून की कमी के चलते लगातार बिगड़ती ही जा रही थी। ऐसे में हॉस्पिटल में पहुंचे सब इंसपेक्टर पवन कुमार उसके परिजनों के लिये किसी मसीहा से कम नहीं थे। सब इंसपेक्टर पवन कुमार ने बच्चे को खून देकर मानवता की मिसाल तो पेश की ही, साथ ही हिन्दू मुस्लिम एकता को भी बढ़ावा दिया है। उनके इस कदम की जनपदभर के लोग भूरी-भूरी प्रशंसा कर रहे हैं जबकि बच्चे के परिजन सब इंसपेक्टर पवन कुमार को दुआओं से नवाज़ रहे हैं।