भास्कर समाचार सेवा
हरिद्वार। नशे के अवैध कारोबार में लिप्त कोई सिंडीकेट है तो उसकी पहचान कर उससे निपटने की कार्रवाई की जा जाए। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पीएल शाह की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट के सभागार में नारको कोआर्डिनेशन सेंटर की जनपद स्तरीय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जनपद में नशे की प्रवृत्ति, भांग, चरस, अफीम आदि की अवैध खेती के संबंध में क्या रणनीति अपनाई जाये, जनपद में कहां-कहां नशे से संबंधित उत्पाद बिक्री होने की संभावनाएं हैं।
नशे के अवैध कारोबार में लिप्त सिंडीकेट पर कसे शिकंजा
इस कार्य में लिप्त अगर कोई सिंडीकेट है, तो उसकी पहचान कैसे करनी है तथा इससे निपटने के लिये क्या-क्या कारगर कदम उठाए जाएं, के बारे में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। अधिकारियों ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) को बताया कि जनपद में भांग, चरस, अफीम आदि की अवैध खेती तो नहीं होती है, लेकिन बाहर से ऐसे मादक पदार्थों की आपूर्ति होने की संभावनाएं हैं। इस पर अपर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे स्थानों को प्राथमिकता के साथ चिह्नित करने की रणनीति के तहत स्वास्थ्य, कृषि, वन, शिक्षा, नारकोटिक्स ब्यूरो, पुलिस आदि की संयुक्त टीम का गठन किया जाए।
अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) ने बैठक में दिए निर्देश
बैठक में इस पर भी विचार-विमर्श हुआ कि ड्रग्स के बढ़ते उपयोग एवं बढ़ते कारोबार की रोकथाम तथा युवा वर्ग में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को समाप्त किये जाने के लिए बच्चों को प्रारंभ से ही ड्रग्स के दुष्प्रभावों एवं इसके परिणामों के संबंध में जागरूक किया जाए।
बैठक में प्रत्येक मेडिकल स्टोर पर सीसीटीवी लगाने आदि के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी भगवानपुर बृजेश तिवारी, उप जिलाधिकारी पूरण सिंह राणा, उप जिलाधिकारी लक्सर गोपाल राम बिनवाल, एएसडीएम रूड़की विजयनाथ शुक्ल, एसीएमओ डॉ. एचडी शाक्य, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, समाज कल्याण अधिकारी टीआर मलेठा, डिप्टी एसपी निहारिका, सहायक कृषि अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।