भास्कर समाचार सेवा
फिरोजाबाद। आचार्य विभवसागर महाराज की सुयोग्य शिष्या आर्यिका अर्ह्मश्री माताजी का ससंघ आगमन नसियाजी मन्दिर से बैंडबाजों के साथ इंद्रा कॉलोनी स्थित आदिनाथ जिनालय में हुआ। जहाँ आर्यिका माताजी द्वारा शांतिधारा कराई गई। उसके बाद प्रवचन सभा हुई। सारिका जैन ने मंगलाचरण किया। शास्त्र भेंट मुन्नीदेवी जैन ने किए। आर्यिका अर्ह्नश्री माताजी ने प्रवचनों में बताया कि सच्चा सुख सिद्धालय में है। इसे प्राप्त करने के लिये सच्चे देव-शास्त्र-गुरु को नमन कर उनके मार्ग का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने प्रवचन में कहा कि जिस दिन तुम स्वयं को जान लोगे, उस दिन से तुम्हें कुछ भी जानने की आवश्यकता नहीं रहेगी। हमें जिन (जिनेन्द्र) को देखकर निज को जानना चाहिए। उन्होंने सात तत्वों की विस्तार से व्याख्या की। आर्यिकाश्री ने कहा कि पंचमकाल में क्षायिक सम्यकदर्शन किसी को प्राप्त नहीं हो सकता लेकिन हमें नियम, संयम को धारण कर पुरुषार्थ अवश्य करना चाहिए। धर्मसभा का संचालन राहुल जैन इसौली ने किया। इस दौरान सोनू जैन स्पोर्ट्स, डॉ. अमित जैन, अन्नू जैन, अजय जैन बजाज, राज जैन, रोहित जैन, मीनू जैन, बबिता जैन, रश्मि जैन आदि मौजूद रहे।