- 16 हजार वर्ग मीटर में बनाया जा रहा था संस्थान
- -अग्नि सुरक्षा एवं अग्नि निवारण एक्ट के अन्तर्गत हुई कार्रवाई

- डीएम हापुड़ के आदेश पर हुई कार्रवाई, एसडीएम धौलाना ने कराया सील
- बिना नक्शा पास कराए हो रहा है निर्माण कार्य संवाददाता।
धौलाना । तहसील क्षेत्र के गांव खिचरा के गैर आबाद रावली माजरा में मौलाना महमूद असद मदनी की संस्था एसएस एससी जीसी को सील कर दिया गया । संस्था 16 हजार वर्ग मीटर में बनाई जा रही है। संस्था के एडमिन मौहम्मद गुरफान अली ने बताया आईएएस की ट्रेनिंग के लिए तैयार की जा रही बिल्डिंग में मानकों के विपरीत किए गए कार्यों पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी के आदेश पर एसडीएम धौलाना ने निर्माणाधीन हॉस्टल एवं एडमिक ब्लॉक को सील किया गया है। अग्निशमन अधिकारी सोमदत्त सोनकर ने बताया की निर्माणाधीन हॉस्टल एवं एडमिट ब्लॉक में नियमों के विरुद्ध निर्माण कार्य कराए गए जिस के संबंध में विभाग द्वारा 14 फरवरी से लेकर मई माह तक 5 बार नोटिस देकर अग्नि सुरक्षा एवं अग्नि निवारण एक्ट 2005 की धारा 5/2 के तहत जवाब मांगा गया लेकिन इस संबंध में कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। निर्माण के दौरान अग्निशमन के नियमों का भी पालन नहीं किया जा रहा है।इसके बावजूद भवन स्वामी ने बिना अग्निशमन अनापत्ति प्रमाण पत्र के ही भवन का निर्माण जारी रखा । जिसके परिणाम स्वरुप जिलाधिकारी हापुड़ के निर्देश पर दोनो इमारतों को सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इमारत के स्वामी महमूद मौलाना महमूद असद मदनी को इमारत का नक्शा व अग्निशमन उपकरण लगवाने के लिए अनेकों बार कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इस संबंध में बुधवार को जिलाधिकारी हापुड़ मेघा रुपम ने आवश्यक कार्रवाई के दिशा निर्देश देते हुए तीन सदस्यीय टीम गठित की।बुधवार को एसडीएम धौलाना सुनीता सिंह ,अग्निशमन अधिकारी सोमदत्त सोनकर,थाना प्रभारी निरीक्षक संजय पांडेय ने संयुक्त रूप से मौके पर पहुंचे कर संस्थान का निरीक्षण किया। मानको के विपरित चल रहे निर्माण कार्यों को बंद करा कर शैक्षणिक व आवासीय परिसर को सील कर दिया है।अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत आरती मिश्रा ने बताया कि दोनों इमारतों का नक्शा जिला पंचायत में के यहां से पास नहीं है । भवन स्वामी के खिलाफ बिना नक्शा पास कराए ही निर्माण कार्य कराने के चलते नोटिस जारी करते हुए कार्यवाही की जाएगी। एसडीएम धौलाना सुनीता सिंह ने बताया कि निर्माणाधीन कि भवनों के अन्य अनापत्ति प्रमाण पत्रों की भी जांच की जाएगी अगर किसी प्रकार की त्रुटि पाई गई तो कार्यवाही की जायेगी ।
कौन है मौलाना महमूद असद मदनी

इस्लामिक जगत के प्रमुख धार्मिक नेता के रूप में प्रसिद्ध देवबंद में जन्मे मौलाना महमूद असद मदन सन 2006 में वह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे। जिसके बाद वह 2006 से 2012 तक उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद भी बने थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस्लाम के धार्मिक गुरु के रूप में प्रसिद्ध मदनी की प्रारंभिक तालीम देवबंद के प्रसिद्ध संस्थान दारुल उलूम से हुई थी।
ऊपरी गंग नहर के किनारे सन 2012 में मौलाना महमूद असद मदनी की संस्था ने लड़कों की दीनी तालीम के लिए जैतून इंटरनेशनल अकादमी की स्थापना की थी। लगभग 5000 वर्ग मीटर में फैली हुई है। आठवीं तक का यह विद्यालय कैंब्रिज बोर्ड से संबंध है। जहां दीनी तालीम के साथ-साथ अंग्रेजी शिक्षा भी दी जाती। वर्तमान में इस विद्यालय में 140 छात्र हॉस्टल में रहते शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।। अग्निशमन अधिकारी सोमदत्त ने बताया कि जैतून इंटरनेशनल अकैडमी के सभी मानक पूर्ण है ।
सील की गईं इमारत

16 हजार वर्ग मीटर में निर्मित निर्माणाधीन दोनों इमारतें अत्याधुनिक उत्कृष्ट शैली में निर्मित हो रही है । इमारत के प्रशासनिक अधिकारी गुफरान ने बताया कि सर सैय्यद अकादमी की दोनों इमारतों का निर्माण सिविल सेवा परीक्षा समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए किया जा रहा है। इमारत की क्षमता लगभग 200 छात्रों की है । एक इमारत का इस्तेमाल शैक्षणिक कार्य के लिए किया जाएगा जबकि दूसरी इमारत में छात्रों का निवास स्थान होगा। इमारतो का निर्माण कार्य 2018 से शुरू हुआ था ।जो अभी भी निर्माणाधीन अवस्था में है।