अतुल शर्मा
गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र के मोहन नगर इलाके में बीती 9 दिसंबर को बोरी में एक युवक की लाश मिली थी। पुलिस के लिए यह पूरा ब्लाइंड केस था । पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पहचान मुकेश के रूप में हुई । मुकेश गाजियाबाद के ही विजय नगर थाना क्षेत्र के प्रताप विहार का रहने था। और उसकी हत्या रस्सी से गला दबाकर की गई थी। पुलिस ने तमाम पहलू खंगाले और नतीजा जब सामने आया तो वह बेहद खौफनाक था । यह पूरी कहानी अवैध संबंधों के इर्द-गिर्द घूमती थी ।
नगर पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि मृतक मुकेश के पड़ोस में रहने वाले ललित कुमार की पत्नी के साथ मुकेश के अवैध संबंध थे । जिसका पता पेशे से पशुओं के डॉक्टर ललित को चल गया था । और इसी बात से वह बदले की आग में झुलस रहा था । घटना के ठीक 1 दिन पहले की रात ललित ने अपने भतीजे रवि के साथ मिलकर पूरा प्लान तैयार किया। मोहन नगर इलाके से मुकेश को गाड़ी में बैठाया गया । और फिर थोड़ी दूर ले जाकर रस्सी से गला घोट कर उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद लाश को बोरी में डालकर मोहन नगर इलाके में ही ठिकाने लगा दिया गया । मृतक के पास मौजूद सभी पहचान से जुड़े दस्तावेज हटा दिए गए। ताकि पुलिस लाश की पहचान ना कर पाए ।
कैसे हुआ खुलासा
जाहिर है पुलिस के लिए इस ब्लाइंड मर्डर केस की मिस्ट्री को सुलझा पाना बेहद मुश्किल था। लेकिन जैसे ही मृतक मुकेश की पहचान हुई पुलिस प्रताप विहार में उसके घर जा पहुंची । और उसके बाद धीरे-धीरे केस से जुड़े तार से तार मिलते चले गए। इसके बाद पुलिस के हाथ ललित की गिरेबान तक भी पहुंच गए । ललित ने पुलिस को बयान में बताया कि उसने अपनी पत्नी को मुकेश के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। और इसके बाद उसने पूरा प्लान तैयार करना शुरू कर दिया था।