
- एनसीआर में पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगी झील तो बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
- झील नुमा तालाब राजस्व देने का बन सकता है जरिया
- सीडीओ ने गठित की आठ सदस्यीय टीम, 50 हैक्टेयर भूमि पर हसनपुर झील को बनाया जाएगा मनमोहक
धौलाना। सब कुछ ठीक रहा तो कुछ महीनों बाद जनपद की सबसे बड़ी झील में देशी ही नहीं विदेशी पक्षियों का कलरव देखा जा सकेगा। झील का सौन्दर्यीकरण कर उसे प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर मनमोहक बना पर्यटकों के लिए तैयार करने की कवायद में प्रशासन पूरी तरह से जुट गया है। शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी द्वारा गठित टीम ने 50 हैक्टेयर भूमि पर हसनपुर झील का निरीक्षण कर कर झील को सुन्दर और बेहद मनमोहक बना कर नौका विहार के अनुकूल बनाने पर विचार किया।जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस झील को सुन्दर और बेहद मनमोहक और नौका विहार के अनुकूल बनाने पर विचार किया जा रहा है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे और ईस्टरन पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के कारण इस झील से पूरे एनसीआर की बेहतर कनेक्टिविटी हो सकती है। पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होने पर लोगो को रोजगार के भी अवसर मसलन फूड कोर्ट, मोटर विहार से जुड़े रोजगार उपलब्ध हो सकेंगे। डीपीआरओ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हसनपुर झील हापुड़, गाजियाबाद, और गौतमबुद्धनगर जनपद की सीमाओं में समाहित है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा गठित टीम में जिला विकास अधिकारी संजय कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेन्द्र सिंह, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई, अनुपशहर शाखा खण्ड गंग नहर को शामिल किया गया है। शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान खण्ड विकास अधिकारी धौलाना अभिमन्यु सेठ , ग्राम प्रधान हसनपुर लौढा राजपाल सिंह व आसपास की ग्राम पंचायत सचिव मौजूद रहे। बता दें कि क्षेत्रीय विधायक धर्मेश तोमर की पहल पर 4अप्रेल को गांव हसनपुर लोढ़ा पहुंचे कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने प्राकृतिक झील नुमा आकृति लिए तालाब के संरक्षण और विकास को लेकर योजना बनाने की बात कही थी। विधायक धर्मेश तोमर से ग्रामीणों ने गुहार लगाई थी कि इस शासन के संज्ञान में यह लाया जाए कि झील नुमा तालाब को एनसीआर का पिकनिक स्पॉट बनाने का खाका खींच इसके संरक्षण और विकास के लिए बजट तय किया जाए जो भविष्य में पर्यटन का एक अच्छा विकल्प बन सके। तत्कालीन कमिश्नर ने दौरा कर झील को पर्यटक स्थल बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा था।