गोंडा : दस लाख वापस, 1653 शिक्षकों को नही मिला प्रशिक्षण

गोंडा। जिले के परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का प्रशिक्षण लेटलतीफी के भेंट चढ़ गया। शासन ने जिले मे 10165 शिक्षकों के लिए 63 लाख रूपये का बजट पिछले नवंबर मे दिया लेकिन जिला समन्यवक की लापरवाही से प्रशिक्षण समय से शुरू नही हो पाया और 1653 शिक्षक प्रशिक्षण से छूट गए। 31 मार्च को 10 लाख का बजट शासन को वापस हो गया।

लेटलतीफी की भेंट चढ़ी प्राइमरी शिक्षकों की ट्रेनिंग

परिषदीय प्राथमिक स्कूल के बच्चो मे बुनियादी भाषा और गणित मे कौशल विकास के लिए शिक्षकों को 13 दिसंबर 2021 से 31 जनवरी 2022 के बीच एफएलएन यानि फाउंडेशनल लिटरेसी एव न्यूमरेसी प्रशिक्षण दिया जाना था। महानिदेशक बेसिक शिक्षा अनामिका सिंह ने जिले मे 26 नवंबर 2021 को 10165 शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए 63 लाख रूपये बजट भेजा । जिला समन्यवक प्रशिक्षण तय समय पर डीएम के सामने फाइल नही पेश कर पाये। उसी बीच चुनाव आचार संहिता लागू हो गई। छपिया ब्लाक मे प्रशिक्षण शुरू हुआ लेकिन 16 ब्लाकों मे प्रशिक्षण समय से शुरू नही हो पाया। चुनाव बाद प्रशिक्षण शुरू हुआ तो बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई।

परिषदीय स्कूलो के शिक्षकों की बोर्ड ड्यूटी लगा दी गई। इस प्रशिक्षण मे 9261 शिक्षकों मे 8512 शिक्षकों ने भाग लिया और 749 शिक्षक प्रशिक्षण से छूट गए। 31 मार्च 2022 को वित्तीय वर्ष की खत्म होने पर करीब 10 लाख का बजट वापस हो गया। जिला समन्यवक प्रशिक्षण हरिगोविंद यादव ने बताया कि प्रशिक्षण से छूटे शिक्षकों को आनलाइन प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। चुनाव व बोर्ड परीक्षा के कारण प्रशिक्षण देर से शुरू हो पाया था।

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