अलप्पुझा। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा आयोजित मार्च में एक नाबालिग द्वारा कथित रूप से भड़काऊ नारेबाजी किए जाने के मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मार्च के आयोजकों और पीएफआई के पदाधिकारियों सहित 18 लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में कुल 20 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमने और 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ आयोजक और अन्य पदाधिकारी हैं। अभी तक हमने 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस रैली का वीडियो वायरल होने के बाद मामला प्रकाश में आया था। वीडियो में एक नाबालिग बच्चा हिंदू समुदाय के खिलाफ भड़काऊ नारे लगा रहा है। बीते मंगलवार को पुलिस ने पीएफआई अलाप्पुझा के जिला अध्यक्ष नवास वंदनम और जिला सचिव मुजीब के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वीडियो सामने आने के बाद पीएफआई पर प्रतिबंध को लेकर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति का दौर शुरू हो गया। राजनीति शुरू हो गई है। इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस की एक ही राय नजर आ रही है। पीएफआई का गठन 2006 में केरल में हुआ था और इसका मुख्यालय दिल्ली में है। केंद्रीय जांच एजेंसी देश में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शनों को भड़काने, दिल्ली दंगों और कई अन्य मामलों में पीएफआई के कथित ‘वित्तीय जुड़ाव’ की जांच कर रही है।