सोनौली महराजगंज। भारत- नेपाल सीमा के अंतर्राष्ट्रीय महत्व का कस्बा सोनौली से प्राइवेट बस, टेंपो और टैक्सियों को कस्बे से 5 किलोमीटर दूर भगा दिए जाने के कारण नेपाल से भारत आने वाले लोकल यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं बस स्टैंड तक लाने के नाम पर टैक्सी, टेंपो वाले मनमाना किराया वसूल रहे है।
बता दें कि प्रशासन प्राइवेट टैक्सी और बस स्टैंड को सोनौली कस्बे से 5 किलोमीटर (कुनसेरवा चौराहे) के बुध चौक पर पहुंचा दिया है। जिसके कारण नेपाल से बड़ी संख्या में आने वाले यात्री जिन्हें गोरखपुर, लोकल यात्रा करना होता है वह खासा परेशान है। हालांकि कस्बे में रोडवेज बस डिपो है किंतु रोडवेज बसों की संख्या काफी कम है। और रोडवेज बस चालक, परिचालक गोरखपुर तक की सीधी सवारी बैठाने की फिराक में रहते हैं। लोकल यात्रियों को बैठाना नही चाहते जिसके वजह से लोकल यात्री साधन के लिए मारे मारे कर रहे हैं। प्राइवेट स्टैंड हटाने के प्रशासन की इस कार्रवाई को जहां कुछ तपका सही ठहरा रहा है। वहीं दूसरी तरफ इस तरह की कार्रवाई की कड़ी आलोचना भी हो रही है।
सोनौली नगर के भाजपा नेता प्रेम जायसवाल का कहना है कि कस्बे से टेंपो स्टैंड या बस स्टैंड को हटा देने से जाम की समस्या पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। तमाम टैक्सी वाहन कस्बे के मुख्य मार्ग पर एक लाइन से खड़ा कर यात्रियों को बैठा रहे हैं। बस स्टैंड, टेंपो स्टैंड दूर होना बता कर लोकल यात्रियों से मनमाना किराया भी वसूला जा रहा है।
उधर (कुनसेरवा) बुध चौक पर दो दर्जन से अधिक प्राइवेट बसे एक एक सवारियों की प्रतीक्षा में दिन गुजार रहे हैं । उनकी रोजी-रोटी के लाले पड़ गए हैं। लोगों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश है।