बाइक पर बैठकर मरीज बनकर इलाज कराने गए एसडीएम ने की कार्यवाही
अवैध रूप से संचालित मोनू क्लीनिक पहले भी दो बार हो चुका है सील
विभागीय मिलीभगत के चलते हर बार खुल जाती है सील
भास्कर समाचार सेवा
हाथरस/सिकंदराराव। नगर के पंत चौराहे पर हाथरस रोड़ पर स्थित मोनू क्लीनिक पर एक बार फिर कार्यवाही हुई है। बाइक पर बैठकर हेलमेट लगाकर मरीज बनकर इलाज कराने पहुंचे एसडीएम अंकुर वर्मा ने अवैध रूप से संचालित हो रहे मोनू क्लीनिक पर छापेमारी कर कोई कागजात न मिलने पर उसे सील कर दिया है। बता दें कि कस्बे के पंत चौराहे पर हाथरस रोड पर मोनू क्लीनिक के नाम से एक झोलाछाप क्लीनिक है, जिसकी अब तक काफी शिकायतें प्रशासनिक अधिकारियों और अन्य जिम्मेदारों को मिलती रही हैं। पूर्व में भी इस मोनू क्लीनिक को दो बार छापेमारी कर सील किया जा चुका है। लेकिन विभागीय मिलीभगत के चलते उसने अपनी सील को खुलवा कर पुनः मोनू क्लीनिक का संचालन शुरू कर मरीजों को लूटना और उनकी जान से खिलवाड़ करना शुरू कर दिया। वर्तमान सिकन्दराराव एसडीएम अंकुर वर्मा के पास भी मोनू क्लीनिक की कई बार शिकायत पहुंची। जिस पर सिकंदराराव एसडीएम अंकुर वर्मा शनिवार रात को बाइक पर सवार होकर और हेलमेट लगाकर मरीज बनकर इलाज कराने मोनू क्लीनिक पर पहुंचे। वहां जैसे ही वहां के संचालक कथित डॉक्टर के द्वारा उनका उपचार करना शुरू किया गया वैसे ही उन्होंने उसको रंगे हाथ पकड़ लिया। जब उससे क्लीनिक संचालन और इलाज करने आदि के कागज मांगे गए तो वह कुछ भी नहीं दिखा पाया। जिस पर एसडीएम अंकुर वर्मा के द्वारा डॉक्टरों की टीम बुलवाकर क्लीनिक की जांच कराई गई। जहां लगभग सभी कुछ अवैध रूप से संचालित होता पाया गया। जिसके बाद एडडीएम के द्वारा मोनू क्लीनिक को सील कर दिया गया है। एसडीम की इस कार्रवाई से झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मचा हुआ है।