गुरु को देवग्रह माना गया है. गुरुवार का धार्मिक महत्व भी है. सामान्यतः यह गुरुदेव शुभ फल ही देते हैं, लेकिन कोई पाप ग्रह साथ में हो तो यही गुरु अनिष्ट भी कर देते हैं. कुंडली में गुरु की स्थिति कमजोर होने पर वह व्यक्ति का झुकाव धार्मिक कार्यों से हटता जाता है और वह शिक्षा में असफल होने लगता है. मान्यता हैं कि गुरु दाम्पत्य जीवन को सुखमय बनाते हैं. खासकर स्त्री वर्ग के विवाह और पुरुष की आजीविका की परेशानी गुरु दूर करते हैं. गुरु धनु और मीन राशियों का स्वामी है.
ये कार्य न करें
- इस दिन शेविंग न बनाएं और शरीर का कोई भी बाल न काटें अन्यथा संतान सुख में बाधा उत्पन्न होगी. इस दिन नाखून भी नहीं काटना चाहिए.
- दक्षिण, पूर्व, नैऋत्य में यात्रा करना वर्जित है. खासकर इस दिन दक्षिण दिशा में दिशाशूल रहता है. यात्रा जरूरी हो तो
दहीं या जीरा खाकर घर से बाहर निकलें.
- गुरुवार को ऊपर से नमक डालकर नहीं खाना चाहिए. इससे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है और हर कार्य में बाधा आती है. नमक खाने से गुरु अस्त हो जाता है.
- इस दिन दूध और केला खाना भी वर्जित माना गया है.
- इस दिन गुरु, देवता, पिता, दादा और धर्म का अपमान करना या मजाक उड़ान भारी पड़ सकता है.
- इस दिन कपड़े धोना वर्जित माना जाता है.
- इस दिन पौछा लगाना भी वर्जित माना गया है. ऐसा करने से गुरु ग्रह अशुभ होता है जिससे व्यक्ति को भाग्य का साथ नहीं मिलता.
- इस दिन खिचड़ी खाने को भी वर्जित माना गया है.
- ऐसा माना जाता है गुरुवार के दिन महिलाओं को बाल नहीं धोना चाहिए क्योंकि इससे गुरु ग्रह कमजोर होता है और कहा जाता है की इससे संपत्ति और संपन्नता सुख में कमी आती है.
- गुरुवार के दिन पूजा-पाठ से जुड़ा सामान, आंखों से जुड़ी कोई भी वस्तु, कोई धारदार वस्तु जैसे चाकू, कैंची, बर्तन आदि नहीं खरीदना चाहिए.
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