करनैलगंज,गोंडा। एसडीएम के भूमि विवाद में कब्जा परिवर्तन न करने के आदेश को दरकिनार करते हुए एक दरोगा ने खड़े होकर न केवल विवादित भूमि पर एक पक्ष का कब्जा कराया बल्कि दूसरे पक्ष के विरोध करने पर उसके विरोध कई धाराओं में मुकदमा भी पंजीकृत करा दिया। जिसकी शिकायत पीड़ित द्वारा मुख्यमंत्री, डीआईजी, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक पर की गई है।
मामला कोतवाली करनैलगंज क्षेत्र के ग्राम बिशुनपुर का है। यहां के निवासी मनीराम पुत्र मुन्नालाल का आरोप है कि उसकी पुश्तैनी भूमि का विवाद न्यायालय में चल रहा था और मामले में उसके विपक्षी जमीन पर कब्जा करना चाह रहे थे। जिस पर उसने आपत्ति किया तो उप जिलाधिकारी ने दोनों पक्षों को भूमि की नौव्य्यत न बदलने व कब्जा परिवर्तन न करने का आदेश जारी किया। उसके बावजूद हल्का दरोगा ने उसके विपक्षी से मिलकर उसकी भूमि पर नया निर्माण शुरू कर दिया।
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जब उसने विरोध किया तो हल्का दरोगा खुद मौके पर जाकर अपनी मौजूदगी में जमीन पर कब्जा कराने लगे और विरोध करने पर उसके परिवार के कुछ लोगों को पकड़कर कोतवाली ले कर चले गए। तथा विपक्षी से तहरीर तैयार करवा कर उसके परिवार के आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध धारा 323, 352, 452, 504, 506 व 427 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत करा दिया। उसका आरोप है कि दरोगा ने धमकी देते हुए कहा कि इस मामले में अगर तुमने विरोध किया तो पूरे परिवार को जेल भेज दूंगा।
पूरा परिवार सहमा हुआ है और मजिस्ट्रेट के आदेश को दरकिनार कर दरोगा द्वारा जमीन पर कब्जा कराने शिकायत उसके द्वारा उच्च अधिकारियों पर की गई है। उधर प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है तहरीर प्राप्त हुई, उसके आधार पर मुकदमा पंजीकृत हुआ। पूरे मामले की जांच करा कर यदि किसी पुलिसकर्मी की संलिप्तता पाई जाती है तो कार्रवाई की जाएगी।