कानपुर देहात : मेरा गांव काशी में है, राष्ट्रपति के गांव में बच्चों से बोले पीएम मोदी

लोगों को काशी आने का दिया निमंत्रण

कानपुर देहात। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूपी के दौरे पर रहे। इस दौरान वह पहले लखनऊ फिर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पैतृक गांव कानपुर के परौंख पहुंचे। दोनों स्थानों पर लोगों को काशी आने का निमंत्रण दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूपी के दौरे पर थे। वह पहले लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में पहुंचे फिर कानपुर में शुक्रवार दोपहर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पैतृक गांव परौंख गए। दोनों स्थानों पर अपने संसदीय क्षेत्र काशी के प्रति अथाह प्यार दिखाया। काशी की खूबियां गिनाईं और लोगों को वहां आने का निमंत्रण दिया। राष्ट्रपति के गांव परौंख में बच्चों से बातचीत में पीएम मोदी ने यहां तक कहा कि मेरा गांव काशी में है। हम आपके गांव आए हैं तो आप लोग भी मेरे गांव काशी जरूर आईए।

राष्ट्रपति के गांव परौंख की पीएम मोदी ने काफी तारीफ की। गांव में पैदल ही घूमे और लोगों से बातचीत की। एक स्थान पर जुटे बच्चों के पास पहुंचकर पीएम मोदी ने उनसे बातचीत की और कई सवाल पूछे। पीएम मोदी ने बच्चों से सबसे पहले पूछा आप लोगों में से कौन कौन स्कूल जाता है। इस पर सभी ने हाथ उठा दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे पता चला कि पांचवीं के बाद उनका दाखिला पांच-छह मील दूर स्कूल में करा दिया गया थ तो वो नंगे पांव दौड़ते हुए जाते थे। ये दौड़ सेहत के लिए नहीं बल्कि इसलिए होती थी गर्मी की तपती धरती से पांव में छाले न पड़ें। पांचवीं में पढ़ने वाला बालक स्कूल के लिए तपती धरती पर नंगे पांव दौड़े जा रहा है, जीवन में ऐसा संघर्ष, ऐसी तपस्या जीवन में इंसान को इंसान बनने में बहुत मदद करती है। आज राष्ट्रपति जी के गांव में आने का अनुभव मेरे लिए सुखद स्मृति की तरह है।

अंत में बच्चों से पूछा कौन-कौन काशी गया है। एक दो बच्चों ने ही हाथ उठाया तो कहा कि सभी को काशी जाना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि मेरा गांव काशी में है। मैं आपके गांव आया तो आपको भी मेरे गांव काशी जाना चाहिए। इस पर सभी ने हां कहते हुए हाथ उठाया। पीएम मोदी के भ्रमण के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन और सीएम योगी भी मौजूद रहे।

  • राष्ट्रपिता के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को किया साकार

मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने परौंख गांव में आकर राष्ट्रपिता के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि देश की ऐतिहासिक घटना है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एक साथ किसी गांव में उपस्थित हुए हैं। उन्होंने भीषण गर्मी में गांव की एक एक जगह का अवलोकन किया है, ये प्रेरणा देने वाला है। परौंख गांव आदर्श गांव बन गया है, डिजिटल गांव बन गया है, यहां हर प्रकार की बुनियादी सुविधाओं का माडल बन गया है।

  • राज्यपाल ने राष्ट्रपति को अंगवस्त्र और गीता व प्रतीक चिह्न भेंट किया

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को अंगवस्त्र और गीता व प्रतीक चिह्न भेंट करके स्वागत किया। राष्ट्रपति के बड़े भाई रामस्वरूप भारती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंगवस्त्र, भगवत गीता, जल संरक्षण का स्मृति चिह्न भेंट किया। यूपी की मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविन्द को अंगवस्त्र भेंट किया। केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा ने राज्यपाल का स्वागत किया। संग्राम सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

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