देहरादून। उत्तराखंड पुलिस ने ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए प्रदेश भर में 258 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटा दिए हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य के सभी 13 जिलों में यह अभियान चलाया जा रहा है. डीजीपी अशोक कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि एक जून से यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें अभी तक धार्मिक स्थलों से 258 लाउडस्पीकर हटाए गए हैं।
दरअसल, पिछले दिनों धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर को लेकर पूरे देश में सवाल उठने शुरू हुए थे. न्यायालयों में तमाम लोगों ने पीआईएल आदि दाखिल कर इन्हें उतरवाने की मांग की थी. ध्वनि प्रदूषण को आधार बनाकर नैनीताल हाईकोर्ट ने भी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाने के आदेश दिए थे. इसी क्रम में उत्तराखंड पुलिस ने भी अभियान शुरू किया. कुछ स्थानों पर लोग खुद भी लाउडस्पीकर उतार रहे हैं।
डीजीपी अशाेक कुमार ने बताया कि अभियान के तहत यह देखा जा रहा है कि लाउडस्पीकरों से तय मानकों से ज्यादा ध्वनि प्रदूषण ना हो. इसके अलावा बिना अनुमति के चल रहे सभी लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं. चाहे वह किसी भी धार्मिक स्थल पर लगे हों, अभियान आगे भी जारी रहेगा।
देहरादून में 196 धार्मिक स्थलों को नोटिस
देहरादून में धर्मस्थलों में लगे लाउडस्पीकरों की आवाज नियंत्रित कराने एवं अनुमति लेने के लिए 196 धर्मस्थलों को नोटिस जारी किए गए हैं. धार्मिक स्थलों को दिए गए नोटिस में लाउडस्पीकर का उपयोग मानकों के तहत करने को कहा गया है. साथ ही जिसने अनुमति नहीं ली है, उन्हें अनुमति लेने को कहा गया है।
वहीं पुलिस ने धर्म गुरुओं से भी पहले लाउडस्पीकर को लेकर बातें की थीं. ज्यादातर ने अपने-अपने धर्मों के लोगों से लाउडस्पीकर हटाने की अपील की है. वहीं, डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि यदि कोई लाउडस्पीकर नहीं हटाता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में पुलिस से प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करने को कहा गया है. दूसरी ओर, देहरादून के डीएम डॉ आर राजेश कुमार का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की अनुमति के लिए जो नियम हैं, अगर उसके उल्लंघन की शिकायत या मामला संज्ञान में आता है तो जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।