जेल में निरूद्व महिला ने जिला अस्पताल में जन्मा बच्चा

आठ माह से मर्डर केस में निरूद्व थी गर्भवती महिला

प्रेमी की हत्या के मामले में जेल में आठ माह से बंद है महिला

प्रसव पीणा होने के बाद महिला को लाया गया था जिला अस्पताल

जेलर बोले कारागार मंत्री के अनुसार महिला और नवजात को कराई जायेगी घर जैसी सुविधा मुहैया

दैनिक भास्कर/ बॉबी ठाकुर
कासगंज। जिला कारागार में मर्डर केस में निरूद्व एक गर्भवती महिला ने बीते दिवस गुरुवार की सुबह जिला अस्पताल में नवजात को जन्म दिया। फिलहाल प्रसूता और नवजात दोनो ही अस्पताल में सुरक्षित है। बताया जा रहा है महिला और नवजात बच्चे को जेल भेजा जायेगा। जिला कारागार मंत्री के आदेश के अनुसार सारी सुविधाएं मुहैया कराई जायेंगी।
कासगंज जेल अधीक्षक से मिली जानकारी के मुताबिक ममता 19 अगस्त 2021 जब जेल दाखिल हुई थी तब वह एक माह की गर्भवती थी। जेल प्रशासन के अधिकारियों को इस आशय की सूचना मिलते ही उसका नियमित चेकअप कराया जा रहा था। गुरुवार रात में जैसे ही प्रसव पीड़ा शुरू हुई जेल के अधिकारियों ने बिना विलंब किए उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां गुरुवार की सुबह आठ बजे के तकरीबन डा. अंजू यादव ने नाँरमल डिलेवरी करा दी। डां. अंजू ने बताया कि जच्चा बच्चा दोनो ही सुरक्षित हैं।
ममता व उसके पति बृजेश निवासी मनौटा गली कासगंज हत्या के आरोप में जिला जेल में विचाराधीन बंदी के रूप में निरुद्ध है। आरोप है कि ममता व उसके पति बृजेश पुत्र जगन्नाथ निवासी गली मनौटा ने ममता के कथित प्रेमी राजकुमार पुत्र मोरमुकुट निवासी उपरोक्त की हत्या की थी, मामला न्यायालय में विचाराधीन चल रहा है। सबसे असल सवाल यह है कि जन्मे बच्चे का क्या कसूरवाद है, जोकि जेल में पला बढेगा, या फिर महिला को पैरोल पर छोड दिया जायेगा? हालांकि जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि 19 अगस्त 2021 को महिला ममता विचाराधीन मामले में जेल में आई थी, तब वह एक माह के गर्व से थी, 15 जून का प्रसव पीडा होने पर उसे महिला बंदी रक्षको द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 16 जून को ममता ने बच्चे को जन्म दिया। जच्चा बच्चा दोनो सुरक्षित हैं।कारागार मंत्री के आदेशानुसार महिला और बच्चा को घर जैसी सुविधाएं दी जायेंगी।

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