गोवंशीय मवेशियों को भगाना किसानों को पड़ सकता है महंगा….

रखवाली करने वाले किसान को ही गोकसी में भेजा जेल 

 
अमित शुक्ला 
हसनगंज, उन्नाव। कोतवाली हसनगंज क्षेत्र में गोवध की घटनाओं को जल्द खुलासे को लेकर तीन लोगों को जेल भेजने पर परिजनों ने फर्जी अपराधी बनाकर जेल भेजने का पुलिस पर आरोप लगाया है। मालूम हो कि हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में पुलिस अपराधियों से लेन देन कर संरक्षण देकर स्वागत कर रही है।
जिससे आये दिन मारपीट चोरियों की घटनाओं सहित गोकसी आदि जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम देने में अपराधियों के हौसले बुलंद रहते हैं। जिसका नतीजा है कि हसनगंज कोतवाली क्षेत्र में हसनापुर गांव के बाहर बाग में 12 फरवरी की रात चार गोवंशीय मवेशियों का वध कर मांस तस्करी करने वाले मांस उठा ले गए थे। जिस पर पुलिस ने अवशेषों का पी एम कराकर गड्ढों में दफना दिया था। इस
घटना पर हिन्दू जागरण मंच ने तत्काल खुलासे का अल्टीमेटम दिया था। जिस पर हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के भरहासम्सपुर निवासी सुशील पुत्र दुबे राम व मुनेश्वर पुत्र घासू व आसीवन कोतवाली के मुसीराबाद निवासी मुजीद पुत्र बच्चा बाबा सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। आरोपी सुशील की पत्नी गरिमा व मुनेश्वर की पत्नी रचना ने दो लाख रुपये न देने पर फर्जी जेल भेजने का आरोप लगाया।
परिजनों ने बताया कि रात में फसल की रखवाली कर रहे लड़कों को पुलिस जबरन उठा ले गयी। उधर पुलिस ने बताया कि क्षेत्र से मवेशियों को पकड़ कर यह युवक लाते थे जिनको सुनसान जगह पर काट कर मांस आसीवन व लखनऊ जिले के महिलाबाद क्षेत्र में बेचते थे।
कोतवाली क्षेत्र के भरहासम्सपुर निवासी आरोपी के पिता दुबे राम ने पुलिस पर आरोप लगाया कि गाँव के ही दो लोग जिनमे मेरा एक लड़का सुशील व पड़ोसी मुनेश्वर फसल की रखवाली कर रहे थे तभी देर शाम जानवरो का झुंड खेत मे आ गया। दोनों लोग जानवरो को हांक कर बाहर खेद रहे थे तभी उधर से हल्का एसआई अजय रजावत ने मेरे लड़के को व पड़ोसी को पकड़ लिया ये कहकर की जानवरो को काटने के लिये लिये जा रहे है।
बीती रात को परिवार के लोगो के साथ कोतवाली में पूछने के लिये आये जिसपर दो लाख की मांग करने लगे। कहा कि नही दोगे तो लड़के सहित पड़ोसी को गोवंश काटने के जुर्म में जेल भेज देंगे जबकि दोनों लोगो ने कभी गाँव मे झगड़ा तक नही किया। उधर एसआई अजय रजावत ने बताया कि तीनों आरोपी ही गोवंश काट कर मांस को आसीवन व महिलाबाद में बेचेते थे। परिजन जो आरोप लगा रहे है वह असत्य व निराधार है। उधर पुलिस इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह ने बताया कि आज कोतवाली में नहीं रहा न्यायालय गया था।

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