• एक से 19 वर्ष के बच्चों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल
• कृमि संक्रमण से बच्चों का विकास बाधित होता है : एसीएमओ
गाजियाबाद। स्वास्थ्य विभाग 25 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाएगा। इस मौके पर हर स्कूल में और घर-घर जाकरएक से 19 वर्ष तक के बच्चों को पेट के कीड़े मारनेवाली दवा खिलाई जाएगी। यह जानकारी एसीएमओ डा.
संजय अग्रवाल ने दी है।एसीएमओ ने बताया कि कृमि संक्रमण बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में बाधक होता है। 25 फरवरी को प्रस्तावित अभियान में आशा बहनें घरघर जाकर ऐसे बच्चों को दवा खिलाएंगी, जो स्कूल
नहीं जाते हैं। इसके अलावा हर निजी और सरकारी स्कूल में भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवा खिलवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर पेट के कीड़ों कोमारने के लिए 25 फरवरी को अभियान चलाकर
पूरे जनपद में एलवेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। अभियान के दौरान छूट
गये बच्चों को 1 मार्च को दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए शिक्षा विभाग से भी सहयोग की अपील की है। इस मौके पर बच्चों के पेट में होने वाले हानिकारक कीड़ों (कृमि) के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। डा. अग्रवाल ने बताया कि जनपद के सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर सभी बच्चों को उम्र के अनुसार
एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दवा का सेवन भोजन के बादकरना होता है। लिहाजा स्कूल जाने वाले बच्चों को घर से कुछ खिलाकर ही भेजें। एसीएमओ ने कहा है कि बच्चे खानपान और साफ सफाई को लेकर जागरूक रहें। कृमि के संक्रमण से बच्चों मेंकुपोषण एवं खून की कमी हो जाती है। कृमि नियंत्रण की दवा खाने के साथ-साथ संक्रमण की रोकथाम के लिए बच्चों के नाखून साफ एवं छोटे रखें व खुले में शौच न करें।