नई दिल्ली। दिल्ली सरकार अपने स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर अखबारों के विज्ञापनों में खूब ढिंढोरे पीट रही है। सरकार यहां के स्वास्थ्य सुविधाओं को विश्व स्तरीय बता रही है। उधर, एक आरटीआई से खुलासा हुआ है कि दिल्ली सरकार के अधीन अस्पतालों में गर्ववती महिलाओं को हेल्थ सुविधा देने में यहां के अस्पताल विफल रहे हैं। इसके कारण 558 गर्भवती महिलाओं की मौत हो गई।
558 गर्भवती महिलाओं के मौत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने चार हफ्ते में मांगा जवाब
आरटीआई एक्टिविस्ट राजहंस बंसल का कहना है कि दिल्ली में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण गर्भवती महिलाओं को मौत हो रही है। मीडिया सूत्रों से अनुसार राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दिल्ली सरकार को नोटिस जारी कर दिल्ली के अस्पताल में हुई 558 गर्भवती महिलाओं के मौत के बारे में जवाब मांगा है। आयोग ने सरकार से चार हफ्ते में जवाब देने को कहा है। लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के एक डॉक्टर ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत करते हुए मंगलवार को कहा कि यहां अत्याधुनिक उपकरणों की कमी, आईसीयू की कमी, पैरामेडिकल स्टाफ की कमी के कारण यहां की स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी आई है।