अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी ने किया निरीक्षण 

पीएसी में हुई 18 हजार जवानों की नई भर्ती : विनोद कुमार

गाजियाबाद अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी ने शुक्रवार को वैशाली स्थित 41 बटालियन पीएसी परिसर का निरीक्षण किया तथा अनेक कल्याणकारी योजनाओं का उद्घाटन किया।

पीएससी  41बटालियन के निरीक्षण के लिए पहुंचे अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी विनोद कुमार सिंह ने कर्मचारियों के हथियार सुख सुविधा रहन सहन और खान पीन  आदि का निरीक्षण किया, कल्याणकारी योजनाओं का उद्घाटन किया और उनके साथ खाना खाया।  निरीक्षण करने के बाद  पत्रकार वार्ता में पीएसी के अपर पुलिस महानिदेशक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि उनका लक्ष्य दो मुद्दों पर है, जिसमें पहला है आचरण और दूसरा है प्रोफेशनल वर्क । वे बल के जवानों को सबसे पहले उनके आचरण सुधारने पर बल देंगे जिससे सभी जवानों का आचरण उच्च कोटि का हो।दूसरा जोर वे प्रोफेशन पर देंगे जिससे सभी बल कर्मी आज के समय के हिसाब से आधुनिक और सक्षम बनें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का पीएससी सशस्त्र बल का अपना एक गौरव पूर्ण इतिहास है और उसकी अपनी एक शान है। जिसको वे आगे बढ़ाते हुए ऐसा बनाना चाहते हैं कि अपराधी उसे देख ख़ौफ़ खा खाए और आम आदमी अपने आप को सुरक्षित महसूस करने लगे।

उन्होंने कहा कि बल को आधुनिक बनाने के साथ-साथ वे पुराने तरीकों को भी बल की कार्यशैली में शामिल रखेंगे ।उन्होंने कहा समय के साथ साथ जिस तरह से अपराध के तरीके बदले हैं उसी तरह से पुलिस के जवानों को भी बदलना होगा, जिसमें आधुनिक प्रशिक्षण, नई तकनीक ,आधुनिक व उच्च कोटि का कंट्रोल रूम होना जरूरी है। उनके पास बल के जवानों को ट्रेनिंग देने के लिए कोई कमी नहीं है ।
उनके पास अनेक एनएसजी से प्राप्त कमांडो हैं जो बल के जवानों को प्रशिक्षण देने और प्रोफेशनल रूप से दक्ष बनाने में सक्षम हैं। फिलहाल बल के पास सामान्य तौर पर पुलिस प्रशासन की मदद करने के अलावा नोएडा और लखनऊ की मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था देखना है।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में चुनाव आयोग द्वारा जितनी कंपनियों को मांगा गया था उतनी कंपनियां  शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग को उपलब्ध कराई गई है ।उन्होंने कहा उपकरण के साथ ज्यादा जरूरी है कि हम अपनी सोच बदलें,जो हमारी चुनौतियों के हिसाब से तय की जाए।  जवानों और अधिकारियों में  वह दक्षता आए जिससे शरीफ को सम्मान और बलवान को भय  सकारात्मक सोच के साथ  पैदा हो । यह उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने बताया कि अभी पीएसी के पास तीन कंपनियां एन डीआर एफकी है जो किसी भी आपदा में नागरिकों की मदद करने के लिए तैयार हैं ।

उन्होंने अफसोस प्रकट करते हुए कहा कि अन्य प्रदेशों की अपेक्षा उत्तर प्रदेश में एनडीआरएफ की स्थापना देर से हुई लेकिन प्रदेश की जरूरतों के हिसाब से एसडीआरएफ की क्षमता और बढ़ाई जाएगी । उन्होंने बताया कि फिलहाल पीएसी में 18000 जवानों की भर्ती की गई है जो प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद जल्दी ही उन्हें मिल जाएंगे।  इस अवसर पर 41 वीं बाहिनी पीएसी की सेनानायक भारती सिंह, सहायक सेनानायक राकेश कुमार पांडेय, तथा उप सेनानायक वीपीएस चौहान आदि उपस्थित थे।