
कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी में चला बड़ा दांव
भास्कर ब्यूरो
नई दिल्ली। यूपी कांग्रेस को 198 दिनों बाद नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। कांग्रेस ने जालौन के रहने वाले दलित नेता बृजलाल खाबरी को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके अलावा 6 प्रांतीय अध्यक्ष भी घोषित किए हैं। इसमें पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अजय राय, वीरेंद्र चौधरी, नकुल दुबे, अनिल यादव और योगेश दीक्षित का नाम शामिल हैं। यह यूपी की सियासत में एक अनूठा प्रयोग है। यूपी कांग्रेस के सूबे को छः भागों में बाँट दिया है। पूर्वांचल, अवध, प्रयाग, बुंदेलखंड, ब्रज और पश्चिम ज़ोनों में प्रांतीय अध्यक्ष तैनात किए जाएँगे। कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्षों के ज़रिए ना सिर्फ़ संगठन को मजबूत करेगी बल्कि जातीय समीकरण को बड़ी मजबूती के साथ साधेगी।
ज़िला महाराजगंज के फरेंदा विधायक विरेंद्र चौधरी को पूर्वांचल के ज़िलों का कार्यभार होगा। ख़ासतौर पर फ़ैज़ाबाद, अम्बेडकरनगर, बस्ती, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर में कुर्मी जाति को जोड़ने का दारोमदार होगा।
प्रयाग ज़ोन में पूर्व मंत्री अजय राय को ज़िम्मेदारी मिलेगी। भूमिहार जाति से आने वाले अजय राय मज़बूत छवि के नेता रहे हैं। भूमिहार बिरादरी में अजय राय पूरब से पश्चिम तक सर्वमान्य नेता हैं।
अवध और बुंदेलखंड ज़ोनों में प्रांतीय अध्यक्षों की ज़िम्मेदारी पूर्व मंत्री नकुल दुबे और योगेश दीक्षित की होगी। 2007 में मंत्री रहे नकुल दुबे का ब्राह्मण जाति में अच्छा ख़ासा प्रभाव रहा है।
पश्चिम में प्रांतीय अध्यक्ष के बतौर नसीमुद्दीन सिद्दीक़ी को नियुक्त किया जाएगा। वहीं ब्रज में यादव लैंड से आने वाले अनिल यादव (इटावा) को ज़िम्मेदारी दी जाएगी।
यूपी के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद लंबे समय से यूपी में कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर अटकलों को बाजार गर्म था। कांग्रेस की यूपी के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद जब प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इस्तीफा दिया, तो किसी ब्राह्मण या एससी चेहरे को नया राज्य कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की बातें पार्टी के हलको में सुनी जा रही थी। इसमें सबसे आगे प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया का नाम चल रहा था. कुछ लोगों ने प्रमोद कृष्णम के भी यूपी के नए कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बारे में अटकलबाजी शुरू की थी।
कौन हैं कांग्रेस के नए अध्यक्ष बृजलाल खाबरी?
खाबरी के जालौन जिले में कोंच तहसील के एक छोटे से खाबरी नाम के गांव के रहने वाले हैं। बृजलाल से बृजलाल खाबरी बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। बात 1977 की है। एक दिन एक दलित बृजलाल के पिता के पास आकार रोने लगा। तब 9 वीं क्लास में पढ़ने वाले बृजलाल ने गुस्से में उस पीड़ित के साथ थाने पर पहुंच गए। दरोगा से दमदारी के साथ बात की। उन्होंने दलितों के साथ मारपीट करने वालों पर मुकदमा दर्ज करवा दिया। यहीं से बृजलाल से बृजलाल खाबरी बन गए। 2016 में बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। इससे पहले बृजलाल खाबरी को बिहार में कांग्रेस सह प्रभारी बनाया था। वह दलित सेल में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। खाबरी 2016 में बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। उनकी संगठन पर मजबूत पकड़ मानी जाती है। वे बसपा में बुंदेलखंड क्षेत्र देखते थे।
