दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में शनिवार रात एक व्यक्ति की सड़क पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान सुंदर नगरी निवासी मनीष के रूप में हुई है। पुलिस ने शक के आधार पर आलम, बिलाल और फैजान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आपसी रंजिश के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया है। इस घटना का CCTV फुटेज सामने आया है।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि गली में कुछ लोग आते हैं, दूसरी तरफ से मनीष आ रहा है। यह लोग अचानक मनीष को पकड़ लेते हैं और उसे थप्पड़ मारने लगते हैं। इसके बाद उस पर लगातार चाकू से वार करते हैं। इस दौरान बाइक और कुर्सी पर बैठे दो लोग पूरा वाकया देख रहे हैं, लेकिन कोई मनीष को बचाने के लिए आगे नहीं आता है। कुछ लोग पास से भी गुजरे, लेकिन बस देखते रहे किसी ने दखल नहीं दिया।
क्या है मामला
दरअसल, एक साल पहले मनीष का फोन छीन लिया गया था। कासिम और मोहसिन नाम के युवकों ने गले और पेट में चाकू मारकर इस वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। कासिम और मोहसिन के परिवार वाले लगातार मनीष पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे।
मनीष को मिली थी हत्या की धमकी
मनीष को शनिवार को इस केस में पेश होना था। कासिम-मोहसिन की फैमिली ने कहा था कि अगर केस वापस नहीं लिया तो वो मनीष की हत्या कर देंगे। लेकिन, मनीष कोर्ट में पेश हुआ और अपने बयान दर्ज कराए। इसके 3 दिन बाद घर के सामने ही उसकी हत्या कर दी गई। फिलहाल, तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।
दिल्ली के आदर्श नगर में 10वीं के स्टूडेंट की हत्या
दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में 10वीं के स्टूडेंट की क्लासमेट्स ने चाकू मारकर हत्या कर दी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक की पहचान बुराड़ी निवासी दीपांशु (17) के रूप में हुई है। जांच के दौरान पता चला कि दीपांशु की अपने पांच क्लासमेट्स के साथ बहस हो गई थी। इसका बदला लेने के लिए आरोपियों ने उसकी हत्या का प्लान बनाया। घटना के दो घंटे बाद ही पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मुंबई में एक मुस्लिम युवक ने अपनी हिंदू पत्नी की गला रेतकर हत्या कर दी। शुरुआती जांच में पता चला है कि पत्नी ने अपने ससुराल में मुस्लिम रीति-रिवाज मानने और बुर्का पहनने से मना कर दिया था। मुंबई के तिलक नगर इलाके के रहने वाले इकबाल मोहम्मद शेख ने तीन साल पहले 23 साल की रूपाली नाम की हिन्दू लड़की से लव मैरिज की थी। शादी के बाद रूपाली पर ससुराल में मुस्लिम रीति-रिवाज को मानने और बुर्का पहनने का दबाव बनाया जा रहा था।