अवैध संबंधों के शक में की गई थी दीपक की हत्या, तलवार से सिर काटकर दिया गया था घटना को अंजाम

भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। दीपक हत्याकांड का खुलासा परीक्षितगढ़ पुलिस ने सोमवार को कर दिया। घटनास्थल से थोड़ी दूर पर गन्ने के खेत से पुलिस ने कटा हुआ सिर भी बरामद कर लिया। सिर सीमेंट के खाली बोरे में रखा हुआ था। हत्यारोपी ने मृतक को अपनी बेटी के साथ बात करते हुए देख लिया था। योजनाबद्ध तरीके से अपने साथी के साथ मिलकर दीपक की हत्या कर दी थी।

परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के खजूरी गांव निवासी दीपक त्यागी 26 सितंबर को घर से निकला था। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। 27 सितंबर को दीपक का शव गांव के जंगल में मिला। शव का सिर नहीं था। पुलिस ने शव बरामद करने के लिए खजूरी गांव के जंगल में छानबीन की, लेकिन सिर बरामद नहीं हो सका। 28 सितंबर को पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया। हत्या के खुलासे के लिए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने 4 टीम गठित की थी। एसपी देहात केशव कुमार और एसपी क्राइम अनित कुमार घटना के खुलासे के लिए लगे थे। पुलिस ने बढ़ला गांव के मुस्लिम समुदाय के युवक को भी हिरासत में लिया। इसके अलावा 3 अन्य युवक भी पुलिस की हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस ने मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली। इस आधार पर फैमीद और उसके दोस्त आसिफ को उठा लिया। एसएसपी रोहित सजवाण ने बताया, दीपक का गांव की ही नट बिरादरी की एक युवती नरगिस से अवैध संबंध हो गये थे। 20 साल की युवती विवाहित है, जो ज्यादातर अपने मायके में ही रहती है। पहले युवती खाना मांगती थी और लोहे का सामान बेचती थी। इस दौरान गांव में जाती थी, तब उसकी दोस्ती दीपक से हो गई। जिसके बाद दोनों में नजदीकी हो गई। नरगिस के पिता फैमीद ने अपनी बेटी और दीपक को बात करते हुए देख लिया था। जिसके बाद फैमीद ने अपने दोस्त आसिफ के साथ मिलकर दीपक की हत्या का प्लान बनाया। जब दीपक गांव से बाहर निकला तो जंगल में तलवार से सिर काटकर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस को रंजिश में कोई ठोस क्लू हत्या से संबंधित नहीं मिले। ऐसे में पुलिस प्रेम-प्रसंग को लेकर जांच कर रही थी। दीपक के मोबाइल की सीडीआर के आधार पर भी पुलिस की जांच आगे बढ़ी। पुलिस को एक नंबर संदिग्ध मिला है। छानबीन की तो कातिल पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

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