हर्ष ईएनटी हॉस्पिटल की दो दिवसीय कार्यशाला में लगेगा देश भर के विशेषज्ञों का जमावड़ा

डॉ ब्रजपाल त्यागी का नाम दर्ज होगा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में

गाजियाबाद। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर उत्तर भारत के प्रमुख अस्पताल हर्ष ईएनटी हॉस्पिटल में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। 7 एवं 8 अप्रैल 2018 को आयोजित कार्यशाला में देश भर के ईएनटी विशेषज्ञ एक मंच पर एकत्रित होंगे। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में लगातार तीन बार नाम दर्ज करवा चुके डॉ. बृजपाल त्यागी लगातार चौथे साल एक और कीर्तिमान स्थापित करने के करीब हैं।

7 से 17 अप्रैल के दौरान विशेष कैंप में देश भर के 100 गरीब मरीजों का स्कॉरलैस (बिना चीरे के) ऑपरेशन किया जाएगा। इस मैराथन सर्जरी के जरिए डॉ. ब्रजपाल त्यागी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने के मुहाने पर हैं। गौरतलब है कि दो दिवसीय कार्यशाला में देश भर के विशेषज्ञ जूनियर डॉक्टर्स के साथ अपने चिकित्सीय अनुभव साझा करने के साथ-साथ उन्हें टिप्स भी देंगे।

मीडिया से वार्ता में डॉ. बृजपाल त्यागी ने बताया कि दो दिवसीय कार्यशाला में प्रो. डॉ डी. एस. ग्रेवाल (मुंबई) जो देश के जाने-माने फेशियल नर्व एक्सपर्ट (चेहरे की नस के विशेषज्ञ) कान के हिस्से से जो नस निकलती है, ऑपरेशन के दौरान  उसे सुरक्षित कैसे रखा जाए, इस बाबत डॉक्टर्स के साथ अपने अनुभव साझा करने के अलावा उन्हें टिप्स भी देंगे।

प्रो. डॉ. अहिल्या स्वामी (चेन्नई) नाक की हड्डी टेढ़ी होने के साथ कान का बहना कैसे ठीक किया जा सकता है और नाक की हड्डी को सीधा करके जो कार्टिलेज मिलता है, उससे कान का पर्दा कैसे बना सकते हैं, इस बाबत जानकारी देंगे। गौरतलब है कि इस तरह के दोनों पेचीदा ऑपरेशन एक बार में ही किए जा सकते हैं। प्रो. डॉ. वेट्री वेल (चेन्नई) जो एंडोस्कोप द्वारा कान की सर्जरी के दक्षिण भारत के मसीहा हैं, मिनिमल इनवेजिव टैक्निक व  एंडोस्कोपिक इयर सर्जरी के बारे में अपने अनुभव साझा करेंगे।

प्रो. डॉ. राजीव पचौरी (ब्रज क्षेत्र के जाने-माने ईएनटी सर्जन) कान के ऑपरेशन में क्या करना और क्या नहीं करना (डूज़ एंड डान’स) के बारे में डॉक्टर से जानकारी साझा करेंगे। डॉ. ब्रजपाल त्यागी एंडोस्कोप द्वारा विभिन्न तकनीकों से कम समय में कान के परदे को कैसे बना सकते हैं के बारे में अपने अनुभव साझा करेंगे। डॉ. ब्रजपाल त्यागी के द्वारा किया गया नया अनुसंधान (रिसर्च) जो बधिरता को बिना मशीन व  कॉक्लेव इंप्लांट के,एक इंजेक्शन द्वारा, जो कि मरीज के रक्त से बनाया जाता है, कैसे दूर कर सकते हैं के बारे में सभी डॉक्टर्स को जानकारी देंगे। गौरतलब है कि इस संबंध में डॉ. ब्रजपाल त्यागी का पेपर रोम व लंदन की कॉन्फ्रेंस में पढ़ने के लिए स्वीकृत हो चुका है। इस अवसर पर उपस्थित थे।