
लखीमपुर खीरी में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे दो सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों सगे भाई भी हैं। दोनों के खिलाफ करीब डेढ़ साल से विभागीय जांच चल रही थी। जांच सही पाए जाने के बाद एसपी ने ये कार्रवाई की है। दोनों भाइयों की तैनाती गोला व निघासन थाने में थी।
चार साल पहले हुआ था दोनों का चयन
अमेठी के गांव भगनपुर के निवासी नीरज तिवारी और संदीप तिवारी सगे भाई हैं। साल 2018 में दोनों का एक साथ चयन पुलिस विभाग में हुआ। नीरज निघासन व संदीप गोला थाने में तैनात था। दोनों सिपाही के पद पर नियुक्त थे। करीब डेढ़ साल पहले इनके चाचा ने विभाग को फर्जीवाड़ा की शिकायत की थी।
सिपाहियों के चाचा ने की थी शिकायत
एसपी संजीय सुमन ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले इनके पिता जगत नारायण का अपने भाई से विवाद हुआ। फिर चाचा ने दोनों के खिलाफ शिकायत की थी। इसके बाद से ही विभागीय जांच चल रही थी। जांच में पाया गया कि दोनों भाइयों ने फर्जी मार्कशीट तैयार करवाई थी। जिसमें उम्र कम करवाकर लिखवाई। वहीं, मार्कशीट में जन्मतिथि भी एक होने की वजह से भी दोनों पकड़ में आ गए। इतने दिनों से दोनों के खिलाफ विभागीय जांच चल रही थी।
एसपी ने बताया कि दोनों सिपाही भाइयों को बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी कर रहे थे। जांच में ये तथ्य सही पाया गया। जिसके बाद कार्रवाई की गई। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है।