अगर टूट जाए दांत तो उसे फेंकिए मत, आ सकता है आप के बड़े काम, जानिये कैसे!

दांत हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग होते हैं। दांतों के बिना खाने का स्वाद भी नहीं आता है। जब हम हंसते हैं तो सबसे पहले हमारे दांत ही लोगों को नजर आते हैं। इसलिए दांतों की देखभाल करना बहुत ही जरूरी है। आपको याद होगा कि जब बचपन में बच्चों के दांत टूट जाया करते थे, तो लोग कहते थे कि उसे चूहे के बिल में डाल दो ताकि जल्दी से दोबारा से दांत आ जाएं। लेकिन यह सिर्फ एक मान्यता है।

वहीं अगर हम किसी वयस्क की बात करें, तो अगर इनके दांत टूट जाए तो क्या ऐसा करना सही होगा? जी बिल्कुल नहीं। अक्सर ऐसा होता है कि सड़क हादसे या फिर किसी लड़ाई झगड़े में आपके दांत टूट जाते हैं। ऐसे में ज्यादातर लोग दांत को फेंक देते हैं परंतु आप अपने टूटे हुए दांत को फेंके नहीं, क्योंकि यह दोबारा से फिट हो सकते हैं।

जी हां, अगर सड़क हादसे या फिर किसी लड़ाई झगड़े में दांत टूट जाएं, तो उसे फेंकने के बजाय 1 घंटे के अंदर डॉक्टर के पास जाइए तो वह दोबारा से जुड़ सकते हैं और आपको नकली दांत लगवाने की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी। बात दें “स्पलिंटिंग टेक्निक” एक ऐसी तकनीकी है, जिसके जरिए टूटे हुए दांत को दोबारा जोड़ा जा सकता है।

हादसे या किसी कारण टूट जाए दांत, तो दोबारा हो सकता है फिट

आपको बता दें कि असली दांत को दोबारा लगाने की तकनीक पर काम किया जा रहा है। यह सुविधा देशभर के कई अस्पताल में शुरू भी कर दी गई है। अगर किसी कारणवश व्यक्ति के दांत टूट जाते हैं, तो ऐसी स्थिति में नकली दांत लगवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। स्पलिंटिंग टेक्निक एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिए किसी भी उम्र के लोगों के दांत को दोबारा से लगाया जा सकता है।

लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि अगर सड़क हादसे, लड़ाई झगड़े या किसी कारणवश दांत टूट गया है तो आप टूटे हुए दांत को फेंके नहीं। आप अपने टूटे हुए दांत को किसी डिब्बे में दूध भर के उसमें डाल लीजिए और तुरंत नजदीकी डेंटिस्ट के पास जाइए। मान लीजिए अगर आपको मौके पर दूध नहीं मिलता है तो आप ऐसी स्थिति में अपने मुंह में ही टूटे हुए दांत को लेकर डेंटिस्ट के पास जा सकते हैं।

स्पलिंटिंग टेक्निक से दांतों को दोबारा किया जा सकता है फिट

दांत के डॉक्टर के अनुसार, टूटे हुए दांत की जगह पर खून जमा हो जाता है और इस टेक्निक की के जरिए खून को साफ करके फिर दांत को जोड़ दिया जाता है। यह दांत आपस में करीब-करीब एक महीने बाद जुड़ जाते हैं। लेकिन इसका एक बार में नहीं बल्कि दो से तीन बार डॉक्टर से कंसल्ट करना होगा।

अगर हम इसके खर्च की बात करें, तो सरकारी अस्पताल में सिर्फ ₹200 तक इसका खर्च होता है। डॉक्टर ने यह बताया कि इस टेक्निक से किसी भी उम्र के लोगों के दांत को जोड़ा जा सकता है। लेकिन याद रखना होगा कि अगर आपके दांत कभी भी टूट जाते हैं तो ऐसी स्थिति में आप अपने टूटे हुए दांत को फेंकने के बजाय उसे लेकर डॉक्टर के पास जल्द से जल्द जाएं।

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