भास्कर समाचार सेवा
जसवंतनगर/इटावा। बकाया वेतन व मानदेय की मांग को लेकर पालिका कर्मियों ने ईओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और संपूर्ण हड़ताल कर की जमकर नारेबाजी। इस दौरान पालिका कार्यालय में दिन भर कोई भी कामकाज नहीं हुआ।
राज्य स्वायत्त शासन कर्मचारी परिषद उत्तर प्रदेश की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष राधारमण यादव की अगुवाई में नियमित व संविदा कर्मचारियों ने तीन माह से अपना वेतन व मानदेय ना मिलने के कारण कार्यालय खुलने से पहले ही सम्पूर्ण हड़ताल कर दी और हमारी मांगें पूरी करो के नारे भी खूब लगाए गए। कर्मचारियों की मांग थी कि उन्हें पिछले तीन माह का बकाया वेतन या मानदेय दिया जाए। कुछ रिटायर्ड कर्मियों का भुगतान भी बकाया है तथा ठेका कर्मचारियों का पी एफ पिछले 9 महीने से नहीं भेजा गया है जिसे जल्दी भेजा जाए।
हड़ताल पर बैठे पालिका कर्मियों के बीच दोपहर बाद पहुंचे अधिशासी अधिकारी रामेंद्र सिंह ने 20 अक्टूबर तक शासन से ग्रांट मंगवाने और भुगतान करने की बात कहते हुए पालिका कर्मियों से हड़ताल वापस लेने का अनुरोध किया किंतु हड़ताल पर बैठे पालिका कर्मी इस बात के लिए कतई तैयार नहीं हुए।
कर्मचारी नेता जय शिव बाल्मीकि ने कहा कि अनुबंधित तमाम कर्मचारियों को घर बैठे मानदेय दिया जा रहा है जबकि रोजाना ड्यूटी करने वाले परेशान हैं उन्होंने पालिका प्रशासन पर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगाए। पूरे कार्य दिवस के दौरान पालिका कर्मियों की संपूर्ण हड़ताल जारी रही और पालिका में अपने काम से आए आम नागरिकों को वापस लौटना पड़ा।
सपूर्ण हड़ताल पर बैठे पालिका कर्मियों में कुलदीप कुमार, नवनीत कुमार, विश्वनाथ प्रताप सिंह, सतीश बाबू, सुभाष यादव, सुरेंद्र सिंह, सुरजीत भोलू व रंजीत आदि के नाम प्रमुख हैं।
पालिका कर्मियों की सम्पूर्ण हड़ताल के दौरान कुछ सभासद व सभासद प्रतिनिधि भी पहुंच गए जिन्होंने पालिका कर्मियों की मांगों को जायज बताते हुए तत्काल कार्यवाही की मांग की है। सभासद प्रतिनिधि राजीव यादव, जावेद खान व आनंद दिवाकर जैसे सभासदों ने भी अपना समर्थन खुलकर दिया है और कहा कि वे पूरी तरह कर्मचारियों साथ हैं।